फुसरो. पेटरवार प्रखंड अंतर्गत पिछरी उत्तरी पंचायत में डोम समाज के लगभग 20 परिवार दयनीय स्थिति में रह रहे हैं. इनलोगों ने बताया कि 30 वर्ष पूर्व मिले इंदिरा आवास जर्जर हो गये हैं. बांस से सूप, दउरा, धुकनी (पंखा), टुकनी, खिलाैने और सजावट के सामान आदि बना कर जीविका चला रहे हैं. त्योहार व शादी के समय ही कुछ अच्छी कमाई होती है. काली सिंह, सुलोचना देवी व मेनकी देवी ने बताया कि आर्थिक स्थिति खराब रहने के कारण बच्चे उच्च शिक्षा नहीं ग्रहण कर पाये.
जीतू डोम ने कहा कि हमारा आवास जर्जर हो चुका है. कभी भी ढह सकता है. यहां के लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध कराये जाये. धनीया देवी ने कहा कि हमलोगों के लिए बेहतर रोजगार की व्यवस्था हो, ताकि परिवार का जीवन यापन ठीक से हो सके. सुलोचना देवी ने कहा कि मेहनत का वाजिब दाम नहीं मिलता है. विवशता में सस्ते दामों पर ही बांस से बने सूप और टोकरी को बेचना पड़ता है. माला देवी ने कहा कि सरकार से कोई लाभ नहीं मिला है. कई लोग भीख मांगने को विवश हैं. सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि को प्रयास करना चाहिए. माधुरी देवी बोली कि रोजगार का काफी अभाव है.मुखिया ने कहा
पंचायत के डोम समाज के लोगों को भी योजनाओं का लाभ दिलाया गया है. युवतियों व महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का लाभ सहित वद्धा पेंशन, विधवा पेंशन का लाभ दिलाया गया है. उनके जर्जर आवासों का सर्वे कराया गया है. कई लाभुकों को आवास मिल चुका हैं. बाकी लोगों को भी जल्द आवास मिलेगा. उनकी सुविधा के लिए सोलर जल मीनार लगाया है. उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के लिए बकरी व सुअर दिये जायेंगे, इसके लिए शेड बनाया गया है.कल्पना देवी, मुखिया, पिछरी उत्तरी
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