गांधीनगर, दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर जगह-जगह शोक सभा हुई़ सामाजिक संगठन शोषित मुक्ति वाहिनी द्वारा संडे बाजार स्थित प्रधान कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी गयी. वक्ताओं ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बनाने में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. मौके पर सुबोध सिंह पवार, जयनाथ तांती, सुनील कुमार शर्मा, मुन्ना सिंह, श्याम मुंडा, राजू मिश्रा, अवधेश प्रसाद, अविनाश सिन्हा, आनंद घासी, राजेश पासवान, राकेश नायक, रोशन, विचित्र सोनार, प्रदीप कुमार, सरोज मास्टर आदि उपस्थित थे.
गोमिया प्रखंड और अंचल कार्यालय में शोक सभा हुई. अधिकारियों और कर्मियों ने दो मिनट का मौन रख कर दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि दी. मौके पर बीडीओ महादेव कुमार महतो, सीओ आफताब आलम आदि थे. चंद्रपुरा. रांगामाटी पंचायत सचिवालय में शोक सभा हुई. मौके पर मुखिया अनिता कुमारी सहित इसलाम अंसारी, विद्यानंद ननकुलियार, विनोद प्रताप सिन्हा, रेहाना खातून, लाजवंति, नुसरत, रौशन, पोसन सरफराज, मानिक, कौशल्या देवी, गुप्तेश्वर यादव, प्रेम कुमार, गोपाल, अनिल मोदी, जिशान आदि थे. इधर, चंद्रपुरा के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता लखी हेंब्रम, जदू महतो, विनोद पाठक, प्रवीण सिंह, संजीव झा, अनिल महतो, बिगन महतो, अनुग्रह नारायण सिंह, फकरूद्धीन, खुर्शीद आलम, मो सनाउल्लाह, मो. सलीम, अरविद पांडेय, मो शदाब, मो समीद, जंगबहादुर यादव, नारायण मरांडी, भोला सोरेन आदि ने शोक व्यक्त किया. भाकपा माले गोमिया प्रखंड कमेटी की ओर से साड़म स्थित पार्टी कार्यालय में शोक सभा कर शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी गयी. मौके पर शोभा देवी, प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद यादव, उमेश राम, मैमून खातून, भोला सिंह, राजू रजक, धीरज कुमार पासवान, मनोवर राय, भोला रजक, देवेन्द्र राम, नरेश रजक, सुरेंद्र रजक, विशाल कुमार, चोवालाल प्रजापति, जयमंगल प्रसाद आदि थे. इधर, भाकपा नेता इफ्तेखार महमूद ने शिबू सोरेन के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें झारखंड का महान आंदोलनकारी बताया. स्वामी रामकृष्ण परमहंस शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय दुगदा श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गयी. लोगों ने दिशोम गुरु के चित्र पर मल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की. मौके पर महाविद्यालय के सचिव शंकर प्रसाद स्वर्णकार, प्रशासनिक पदाधिकारी पूनम प्रसाद, जयश्री शाह, सचिता कुमारी, अमरेंद्र कुमार, रितिका कुमारी, दीपक कुमार पॉल, शशांक कुमार आदि थे.गुरुजी के साथ एक युग समाप्त हुआ : मदन मोहन
गांधीनगर. झामुमो नेता मदन मोहन अग्रवाल ने बताया कि शिबू सोरेन जब बेरमो आते थे तो शौक से गठिया मांग कर खाते थे. उनके आने की सूचना मिलते ही हमलोग जरीडीह बाजार से उनके लिए गठिया ले लेते थे. कभी बोकारो या रांची स्थित उनके आवास जाने का मौका मिलता था तो उनके लिए गठिया लेकर जाते थे. वह भी बड़े चाव से मांग कर गठिया खाते थे. श्री अग्रवाल ने कहा कि उनका निधन झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है.इधर, अग्रवाल कल्याण महासभा के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा है कि उनको प्यार से बाबा कहते थे. हमेशा उनका प्यार वा स्नेह मिला. यूनाइटेड मिली फोरम के प्रदेश अध्यक्ष अफजल अनीस ने कहा कि एक युग समाप्त हुआ. झारखंड आंदोलन के शिल्पकार, आदिवासी-मूलवासी समाज के पुरोधा का निधन दुखद है. सीपीएम बेरमो लोकल कमेटी के सचिव मनोज पासवान ने कहा कि यह झारखंड राज्य के लिए बड़ी क्षति है.
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