चंद्रपुरा, डीवीसी के चंद्रपुरा प्लांट में भेल के पेटी कांट्रैक्टर पीइ एरेक्टर्स में कार्यरत गोपाल जायसवाल की मौत काम के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद 14 जुलाई हो गयी थी. मुआवजा को लेकर शनिवार को डीवीसी निदेशक भवन में मृतक के पुत्र प्रदीप जायसवाल व पत्नी के साथ कंपनी के प्रतिनिधि सौरभ मंडल की वार्ता हुई. परिजनों ने दस लाख रुपया की मांग की. श्री मंडल ने डेढ़ लाख रुपया देने की बात कही. इस पर परिजन नहीं माने. शाम को डीवीसी निदेशक भवन चंद्रपुरा पहुंचे गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी से परिजन मिले व न्याय की गुहार लगायी. सांसद ने संबंधित कंपनी के साइड इंचार्ज व प्लांट के प्रोजेक्ट हेड से बात की. कंपनी के प्रतिनिधि ने सांसद को बताया गया कि उक्त मौत दुर्घटना में नहीं हुई है. इस पर सांसद ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पोस्टमार्टम कराये बिना क्यों यहां से लाश को हटवा दिया. इधर, आजसू के स्थानीय नेताओं ने कहा कि मृतक के परिजनों को न्याय दिलाया जायेगा.
शुक्रवार को दिन भर प्लांट गेट पर बैठे रहे परिजन
इधर, मृतक के पुत्र प्रदीप जायसवाल ने कहा कि 14 जुलाई को घटना की सूचना साइड इंचार्ज को दी. उनके कहने पर एंबुलेंस से शव घर ले गये और श्राद्धकर्म के बाद 31 जुलाई को मां व भाई को लेकर चंद्रपुरा पहुंचा. साइड इंचार्ज सौरभ मंडल को कॉल किया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया. दिन भर प्लांट गेट के सामने परिजनों के साथ बैठे रहे, मगर कंपनी का कोई मिलने तक नहीं आया. शुक्रवार को गेट में सीटीपीएस के प्राजेक्ट हेड के समक्ष मामले को रखा. उनकी पहल पर प्रबंधन व भेल कंपनी के अधिकारियों के साथ बात हुई और कहा गया कि शनिवार को संबंधित कंपनी के अधिकारी को बुला कर बात की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है