राकेश वर्मा, संजय बेरमो, गांधीनगर : बेरमो प्रखंड के कुरपनिया पंचायत में कई समस्याएं हैं. लेकिन, सीमित संसाधन एवं चुनौतियों के बीच यहां कई क्षेत्रों में कुछ अलग कार्य किया जा रहा है. पिछले दिनों गणतंत्र दिवस पर इस पंचायत की मुखिया को केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया गया था. बोकारो जिला में इस पंचायत की अलग पहचान है. इसकी आबादी 10 हजार से अधिक है. क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से भी यह पंचायत बड़ा है. इस पंचायत में 10 फीसदी हिस्सा ग्रामीण परिवेश का है तो 90 फीसदी हिस्सा सीसीएल के आवासीय कॉलोनियों का है. वर्ष 2010 में पंचायत बनने के पूर्व यहां सीसीएल के द्वारा ही विकास कार्य कराये जाते थे. पंचायत चुनाव के बाद यहां पंचायत मद से भी विकास कार्य शुरू हुआ. इस पंचायत में 20 वर्ष पहले एक पानी टंकी बना था. लेकिन, यहां से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. महीना में 15 दिन पर पानी देने का प्रावधान तय किया गया. लेकिन, इसमें भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां के लगभग 40 फीसदी युवा अन्य प्रदेशों में रोजगार के लिए पलायन कर गए हैं. पंचायत में रोजगार एक गंभीर मुद्दा है. गणतंत्र दिवस समारोह में सम्मानित हुई थीं मुखिया कुरपनिया पंचायत की मुखिया कविता सिंह इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के तौर पर शामिल हुई थीं. जल शक्ति मंत्रालय पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के द्वारा कुरपनिया पंचायत में हर घर जल नल योजना का लाभ पहुंचाने के लिए उनका चयन किया गया था. केंद्रीय मंत्री द्वारा भी उन्हें प्रशस्ति पत्र एवं सम्मान पत्र दिया गया था. उप पंचायत भवन में होते हैं पंचायत के कार्य वर्ष 2010 में कुरपनियां पंचायत के लिए पंचायत सचिवालय का निर्माण कार्य कुरपनिया बस्ती के समीप करवाया गया था परंतु वहां 12 वर्षों तक निवर्तमान मुखिया कविता पांडे के द्वारा इस भवन में कार्य होता था परंतु भवन स्थिति जर्जर होते चली गई. वर्तमान में यह भवन पूरी तरह से जर्जर हो गई है. पंचायत भवन को कुरपनिया शिव मंदिर के समीप एक सामुदायिक भवन में जिर्णोद्धार कर उप पंचायत सचिवालय बनाकर यहां शिफ्ट किया गया वर्तमान में यहीं पर पंचायत के सारे कार्य का निपटारा किया जाता है. पंचायत के हर कार्यों में पारदर्शिता लाने का कार्य किया जा रहा है: कविता सिंह बेरमो फोटो जेपीजी 23-13 मुखिया कविता सिंह पंचायत की मुखिया कविता सिंह का कहना है कि पंचायत भवन की जर्जर स्थिति से अधिकारियों को पूर्व में ही सूचित किया था. इसके बाद उप पंचायत सचिवालय में कार्य निपटाए जाते हैं. नए पंचायत भवन निर्माण के लिए भी प्रपोजल दिया गया है. उन्होंने कहा कि पंचायत में जो भी विकास की राशि आ रही है उसे तो सभी वार्डों में विकास कार्य कराए जा रहे हैं. अपने कार्यकाल में हर संभव पंचायत का विकास करने का काम किया: कविता पांडे बेरमो फोटो जेपीजी 23-13ए पूर्व मुखिया कविता पांडे पूर्व मुखिया कविता पांडे का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में हर संभव पंचायत का विकास करने का काम किया. पंचायत में महिला सशक्तीकरण को लेकर कार्य करने की आवश्यकता है.
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