चाईबासा. मंझारी प्रखंड की इपीलसिंगी पंचायत स्थित टांगराइ गांव के पुइयलबेड़ा टोला में वर्ष 2020 बनी पुलिया पहली बरसात भी नहीं झेल पायी. टोला के ग्रामीणों को पिछले पांच वर्षों से आवागमन में परेशानी हो रही है. ग्रामीणों ने रविवार को जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल से साथ मिलकर समस्याएं बतायीं. गांव तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग नहीं है. यह गांव जंगीबुरु घाटी मुख्य सड़क मार्ग के किनारे है. पिछले पांच वर्षों से गांव में एंबुलेंस भी नहीं आ पाती है. गांव में किसी के बीमार होने या गर्भवती महिला को प्रसव कराने के लिए अस्पताल तक ले जाने के लिए खाट पर पुलिया पार करना पड़ता है.
विकास की मुख्यधारा से कटे हैं ग्रामीण :
ग्रामीण गगन बोदरा, सिरका हेस्सा, चांदमनी हेस्सा, लालगुरा पूर्ति, मांझी हेस्सा, कलिया हेस्सा,पिंकी हेस्सा, सुखमति हेस्सा, जेमा हेस्सा, सावित्री पूर्ति, पंगेला हेसा दामोदर हेसा आदि ने कहा कि वर्ष 2020 में बनी पुलिया पहली बरसात में धराशायी हो गयी. वे पिछले पांच वर्षों से विकास की मुख्य धारा से कटे हैं. पुलिया नहीं रहने से पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या से परेशान होकर हमने श्रमदान कर किसी तरह वैकल्पिक रूप से अस्थायी पुलिया का निर्माण किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है