मनोहरपुर. सारंडा में एक बार फिर दूसरा घायल हाथी ट्रेस किया गया है. वन विभाग घायल हाथी के रेस्क्यू में जुट गया है. इसके लिए विभाग ने वनतारा की टीम को एक बार फिर बुला लिया है. इससे पहले एक घायल हाथी ने शनिवार को दम तोड़ दिया था. रविवार को पोस्टमार्टम के बाद हाथी को दफना दिया गया था. घटना के 48 घंटे भी नहीं बीते कि दूसरे हाथी के घायल होने की सूचना है. सारंडा के तिरिलपोसी गांव से पहले एक चेकडैम में घायल हाथी को देखा गया है. घायल हाथी को देखकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी है. इसके बाद विभाग के वनरक्षी और ग्रामीण हाथी को जंगल से बाहर निकालने में जुट गये हैं. यह हाथी पिछले हाथी से थोड़ा बड़ा है. बताया जाता है कि इसका भी एक पैर गंभीर रूप से जख्मी है. विभाग के कर्मी इसे खदेड़कर समतल स्थान पर ले जाने की तैयारी में जुटे हैं.
घायल हाथी को पानी में डूबकी लगाकर आराम करते देखा गया. हाथी के पैर में चोट कैसे लगी, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. गौरतलब है कि जिस मादा हाथी की मौत हुई थी, उसका भी पिछले बायें पैर में गंभीर चोट लगी थी. इससे अनुमान लगाया गया कि संभवतः आइइडी विस्फोट से दोनों हाथी घायल हुए हैं.हालांकि विभाग और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि नहीं हुई हैं. फोरेंसिक रिपोर्ट बाकी है. हाथी घायल कैसे हो रहे हैं, इसका पता नहीं चल सका है.सूचना मिलते ही विभाग के कर्मियों को रेस्क्यू के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने ग्रामीणों से भी अपील की है कि वे हाथी की सुरक्षा में अपना सहयोग करें. घायल हाथी के इलाज के लिए गुजरात की वनतारा टीम को भी सूचित कर दिया गया है, जो अगले 24 घंटे में पहुंच जायेगी.
– अभिरूप सिन्हा, वन प्रमंडल पदाधिकारी, सारंडा
हाथी काफी घायल अवस्था में है. वह अपने घाव को ठंडक पहुंचाने के लिए पानी में डूबकी लगा रहा है. पानी में रहने से घाव को आराम मिलता है. उन्होंने संभावना व्यक्त की है कि यह हाथी पिछले हाथी की तुलना में बड़ा है.– डॉ संजय घोलटकर, प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी
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