गुवा.
मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले असामाजिक तत्वों की अविलंब गिरफ्तारी व थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग पर हिंदू संगठनों ने सोमवार की शाम रैली निकालकर थाना के समक्ष प्रदर्शन किया. आपात बैठक कर लोग ने गुवा रामनगर से रैली निकालते हुए गुवा थाना पहुंचे. नोवामुंडी भाग एक जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी ने आरोप लगाया कि आए दिन सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन कराने के एवज में प्रत्येक व्यक्ति से थाना में 500 रुपये की मांग की जाती है. आंदोलन शाम 5:30 बजे से लेकर खबर लिखे जाने तक जारी था. मामला को बिगड़ता देख करीबन 7 बजे किरीबुरु एसडीपीओ अजय केरकेट्टा, किरीबुरु थाना प्रभारी रोहित कुमार, बड़ाजामदा थाना प्रभारी बालेश्वर उरांव, नोवामुंडी थाना प्रभारी नयन कुमार गुवा थाना पहुंचे. लोगों को शांत कराने का काफी प्रयास किया.घटना के विरोध में बंद रहा गुवा बाजार
गुवा.
गुवा- मनोहरपुर मुख्य मार्ग पर नुइया गांव के समीप पहाड़ी पर बने वन देवी मंदिर में दुर्गा की प्रतिमा को शनिवार की रात खंडित किये जाने व वस्त्र आभूषणों को उतार कर फेंकने के विरोध में सोमवार को धार्मिक संगठनों द्वारा किये गये गुवा बंद के आह्वान पर गुवा बाजार बंद रहा. दुकान, प्रतिष्ठान बंद रहे. व्यावसायिक गतिविधियां ठप रहीं. सुबह से ही संगठनों के कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर लोगों से बंद का समर्थन करने की अपील कर रहे थे. इसमें जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी समेत स्थानीय नेता व कार्यकर्ता सक्रिय रहे. देवकी कुमारी ने कहा कि दोषियों की जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए. इस रविवार को पूर्व सीएम मधु कोड़ा ने गुवा थाना प्रभारी नीतीश कुमार से मुलाकात कर दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि ऐसी घटनाएं सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की साजिश हैं, इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. दो साल पूर्व भी हुई थी घटना : गुवा थाना में इसकी लिखित शिकायत दर्ज की गयी है. अभी तक इसमें किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व भी इसी मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा को खंडित कर जंगल में फेंक दिया गया था. लेकिन तब भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है