जैंतगढ़. चंपुआ अंतर्गत गांव व साप्ताहिक बाजार में मुर्गों की लड़ाई और जुआ का खेल धड़ल्ले से चल रहा है. मुर्गों की लड़ाई के अखाड़ों में जमकर जुआ खेला जा रहा है. लाखों रुपये के दांव लगाये जा रहे हैं. वहीं प्रशासन द्वारा इस पर अंकुश नहीं लगाये जाने से लोगों में नाराजगी है. राज्य सरकार ने मुर्गों की लड़ाई को अवैध घोषित किया है. वहीं चंपुआ क्षेत्र के गांवों में मुर्गों की लड़ाई का खेल धड़ल्ले से चल रहा है. चंपुआ थाना के नारदपुर-जोड़ापोखरी मार्ग पर जंगल में हर सप्ताह दो दिन खुलेआम मुर्गें की लड़ाई और जुआ का खेल चल रहा है. हर बुधवार और शनिवार की दोपहर मुर्गों की लड़ाई होती है. मुर्गों की लड़ाई वाले स्थानों पर तरह-तरह के मादक पदार्थों की तस्करी और कारोबार हो रहा है. जोड़ा, बड़बिल, कोइड़ा और पड़ोसी मयूरभंज और झारखंड जैसे खनन क्षेत्रों से सैकड़ों जुआरी वाहन से मुर्गों की लड़ाई और जुआ खेलने आ रहे हैं.
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