चाईबासा.
विश्व आदिवासी दिवस पर होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को झारखंड पुनरुथान अभियान और खूंटकट्टी रैयत रक्षा समिति के संयुक्त तत्वावधान में झींकपानी अंचल के बारुसाई में बैठक की गयी. इसकी अध्यक्षता में झींकपानी प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार सावैयां ने की. बैठक में कोल्हान के जल, जंगल, जमीन यानी भू-संपदा की रक्षा में चुनौतियां विषय पर परिचर्चा हुई. बताया गया कि कोल्हान के जल, जंगल, जमीन पर संकट है. इसका असर कोल्हान के आदिवासी-मूलवासियों की खूंटकट्टी और पारंपरिक अधिकार पर पड़ रहा है.माफियाओं ने कोल्हान की वन संपदा और पर्यावरण को खतरे में डाल दिया है
कोल्हान में वन संरक्षण और पर्यावरण के नाम पर लूट मची है. माफियाओं ने कोल्हान की वन संपदा और पर्यावरण को खतरे में डाल दिया है. झारखंड पुनरुत्थान अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष सन्नी सिंकु को झारखंड आंदोलनकारी के रूप में चिह्नित होने पर अभियान और खूंटकट्टी रैयत रक्षा समिति के पदाधिकारियों ने माला और अंग वस्त्र पहनाकर स्वागत किया. मौके पर अभियान महासचिव अमृत मांझी, जिला अध्यक्ष नारायण सिंह पुरती, सचिव शैली शैलेंद्र सिंकु, सदर प्रखंड अध्यक्ष सुरा पूरती, सिंहपोखरिया मौजा के मुंडा दीपू सिंह सवैया, खूंटकट्टी रैयत रक्षा समिति के अध्यक्ष बलभद्र सवैंया, सचिव केदारनाथ कालुंडिया, कोषाध्यक्ष रामेश्वर सवैंया, श्याम सवैंया, मोटाए सवैंया, चिंता कालुंडिया, मनमोहन सवैंया, सनातन सवैंया, कमल सवैंया, लक्ष्मण बिरुआ, प्रधान बिरुआ, नवीन सवैंया, बंटी सवैंया, रेंगों सवैंया, रामजी सवैंया सहित अन्य उपस्थित थे.
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