मनोहरपुर.
माओवादियों द्वारा आहूत पांच राज्यों में बंद के आह्वान को लेकर मनोहरपुर और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक असर रहा. मनोहरपुर शहर की दुकानें रविवार को नहीं खुलीं. बाजार पूरी तरह से बंद रहा. शहर के बाजार में सन्नाटा पसरा रहा. दूसरी ओर रविवार होने की वजह से तमाम सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय बंद रहे. मनोहरपुर से चलने वाले छोटे बड़े वाहनों का परिचालन नहीं हुआ. इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. मनोहरपुर से रांची, चाईबासा, किरीबुरु, राउरकेला आदि स्थानों के लिए जाने वाली बसें नहीं चलीं. सड़कों पर इक्का दुक्का ऑटो और दोपहिया वाहनों का परिचालन हुआ. रविवार को मनोहरपुर में लगने वाली साप्ताहिक हाट में गिने चुने दुकानदार पहुंचे. अन्य हाटों की तुलना में इस रविवार को काफी कम संख्या में लोग खरीदारी करने के लिए पहुंचे. बंदी के दौरान मनोहरपुर और आसपास के इलाकों से किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.गोइलकेरा में नहीं चले वाहन, दुकानों में लटके ताले
भाकपा माओवादी नक्सली संगठन द्वारा आहूत बंद का गोइलकेरा में व्यापक असर देखा गया. यहां सुबह से ही बाजार की तमाम दुकानें बंद रहीं. मेन रोड, बाजार रोड, स्टेशन रोड और इंदिरा चौक की पास दुकानों में ताले लटके रहे. नक्सलियों के बंद के कारण बस और छोटे यात्री वाहनों का परिचालन बंद रहे. वहीं व्यावसायिक वाहनों के पहिए भी थमे रहे. सड़कों पर दिनभर वीरानी छायी रही. पेट्रोल पंप भी बंद रहे. यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
आनंदपुर के बाजारों में पसरा रहा सन्नाटा
प्रखंड में भाकपा माओवादी संगठन द्वारा आहूत बंद असरदार रहा. सुबह से ही सभी दुकान बंद रहीं. छोटी, बड़ी सभी यात्री गाड़ियों का परिचालन ठप रहा. बंदी का असर सरकारी निर्माण कार्य पर भी देखा गया. आनंदपुर से कोलेबीरा सड़क निर्माण कार्य, आनंदपुर से रोबकेरा होते हुए शालीबा तक सड़क निर्माण कार्य भी बंद रहे. दिनभर सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. सड़कों पर एक्का, दुक्का मालवाहक वाहनों का परिचालन हुआ. बंद को लेकर प्रशासन भी सतर्क रहा.
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