हर पंचायत होगी रोगमुक्त, 2027 तक फाइलेरिया व मलेरिया खत्म करने का लक्ष्य
चाईबासा.
चाईबासा सदर अस्पताल के काॅन्फ्रेंस हॉल में मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ सुशांतो माझी व जिला वीभीडी पदाधिकारी डॉ मीना कालुंडिया ने जिले के सभी प्रखंडों की फ़ाइलेरिया व मलेरिया विभाग की समीक्षा बैठक की. बैठक में सिविल सर्जन ने निर्देश दिया कि बरसात से पहले सभी अस्पताल मलेरिया के रोकथाम की तैयारी पूरी कर लें. इलाज में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी. कहा कि जिला अस्पताल में मलेरिया वार्ड तैयार है. गंभीर मरीजों को समय पर यहां भेजें.मलेरिया व फाइलेरिया की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध: डॉ कालुंडिया
जिला वीभीडी पदाधिकारी डॉ कालुंडिया ने कहा कि जिले में फाइलेरिया एवं मलेरिया की दवाओं की उपलब्धता है. मरीजों को समय पर दवा दिया जा रहा है कि नहीं, यह सुनिश्चित करें. जिला वीभीडी सलाहकार शशि भूषण महतो ने कहा कि आइआरएस छिड़काव को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है. 15 मई से पूरे जिले में छिड़काव किया जाएगा. साथ ही ग्रामीण इलाकों में फीवर सर्वे किया जा रहा है, ताकि बीमारी की व्यापकता को रोका जा सके. कहा कि गोइलकेरा, टोंटो एवं मनोहरपुर में मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं,जिनका इलाज हेल्थ टीम बना कर किया जा रहा है. पिरामल फाउंडेशन के सुरजीत गोयल बताया कि पंचायत स्तर पर जागरुकता अभियान मुखिया की अध्यक्षता में चलाया जा रहा है. मच्छर से बचाव के लिए पूरे कपडे़ पहनें एवं मच्छरदानी का प्रयोग करें. बारिश के पानी को जमा न होने दें एवं जमा पानी में तेल का छिड़काव करें. बैठक में मनीष कुमार, दिनेश्वर प्रधान के अलावा सभी प्रखंड के वीभीडी प्रभारी एवं एमटीएस ने भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है