चाईबासा.
राज्य की प्रभारी खाद्य आयोग की अध्यक्ष शबनम परवीन की अध्यक्षता में मंगलवार को परिसदन में समीक्षात्मक बैठक हुई. बैठक में अध्यक्ष ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत संचालित योजनाओं से संबंधित शिकायतों की अद्यतन समीक्षा की. जिला शिकायत निवारण पदाधिकारी को निर्देश दिया कि आयोग द्वारा प्राप्त शिकायतों का निवारण 15 दिनों के भीतर करते हुए सूचित करें. शिक्षा विभाग की समीक्षा के क्रम में जिला शिक्षा अधीक्षक को मध्याह्न भोजन प्राप्त करने वाले विद्यालय में समय-समय पर निरीक्षण करते हुए बच्चों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता सहित रुटिन के अनुसार दिए जा रहे भोजन की जांच करने का निर्देश दिया. कहा कि जब भी स्कूल में निरीक्षण के लिए जाएं, तो बच्चों के साथ भोजन अवश्य करें, ताकि भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की जा सके.जविप्र के दुकानों में कार्ड की संख्या अंकित करना अनिवार्य
उन्होंने आपूर्ति विभाग की समीक्षा में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी जन वितरण प्रणाली दुकानों में सभी प्रकार के राशन कार्ड की संख्या अंकित करना अनिवार्य है. झारखंड में गठित आकस्मिक खाद्यान्न मद के संबंध में सभी को जानकारी उपलब्ध कराएं. आकस्मिक खाद्यान्न के तहत वैसे लाभुक जो राशन कार्ड के लिए अहर्ता रखते हैं, पर किसी कारणवश उनका राशन कार्ड नहीं बना है तो वैसे लाभुकों को आवश्यकता अनुसार बाजार दर से 10 केजी तक राशन मुहैया कराया जा सकता है. साथ ही वैसे लाभुकों का राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया में भी तेजी लानी है.
समय पर करें राशन का वितरणआयोग की अध्यक्ष सह सदस्य द्वारा जिले के विभिन्न जन वितरण प्रणाली दुकान और सदर अस्पताल अवस्थित कुपोषण उपचार केंद्र का निरीक्षण भी किया गया. वहीं जन वितरण प्रणाली दुकान के निरीक्षण के क्रम में प्रभारी अध्यक्ष सह सदस्य द्वारा जन वितरण प्रणाली दुकानों के लाभुकों से बात कर वितरण राशन की जानकारी ली. इस दौरान लाभुकों द्वारा जानकारी दी गयी कि उन्होंने जुलाई तक का राशन प्राप्त हो चुका है. डीलरों को को अगस्त तक का राशन समय पर वितरण करने करने का निर्देश दिया गया.कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती माता और शिशु का करें बेहतर इलाजवहीं सदर अस्पताल स्थित कुपोषण उपचार केंद्र के निरीक्षण के क्रम में माता और शिशु के स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली. उनको दिए जा रहे भोजन और दवा के बारे में जानकारी ली गयी. साथ ही संबंधित अधिकारियों को कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती माता और शिशु के बेहतर इलाज करने के लिए निर्देश दिया गया.
बैठक में ये रहे उपस्थितबैठक में मुख्य रूप से जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सहित अन्य उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है