बंदगांव.
लांडुपोदा पंचायत के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय करंजो में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता (एफएलएन) के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से जागरूकता रैली निकाली गयी. इसमें मुखिया कुश पूर्ति, तीरथ जामुदा, शिक्षिका मुगली सरदार, सेविका सुनीता सरदार, सहिया चंपा सरदार, जल सहिया सुमिता सरदार भी रैली में शामिल हुई. मुखिया कुश पूर्ति ने आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के नामांकन पर विशेष बल दिया. कहा कि प्रारंभिक शिक्षा ही बच्चों के भविष्य की नींव होती है. उन्होंने कहा कि अगर बच्चों को शुरुआती दौर से ही गिनती और वर्णमाला की पहचान करा दी जाए, तो उनकी आगे की शिक्षा सुगम हो जाती है. उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से आंगनवाड़ी केंद्र भेजें. तीरथ जामुदा जी ने 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि इस उम्र में बच्चों का मानसिक विकास तेजी से होता है, इसलिए उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना बहुत जरूरी है. इस रैली में काफी संख्या में बच्चे एवं ग्रामीण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है