गुवा .
गुवा डाकघर में फर्जी फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) मामले की जांच करने सोमवार को सिंहभूम प्रमंडल, रांची के वरीय डाक अधीक्षक उदय भान सिंह खुद गुवा डाकघर पहुंचे. उन्होंने पीड़ित खाताधारकों से मुलाकात की. मीडिया से बातचीत में कहा कि जिनका पैसा गबन हुआ है, उन्हें तीन माह के भीतर विभागीय प्रक्रिया के तहत पूरा पैसा वापस दिलाया जायेगा. वरीय डाक अधीक्षक ने बताया कि अब तक 10 उपभोक्ताओं के साथ 48, 81,516 रुपए की ठगी की पुष्टि हो चुकी है. यह शुरुआती आंकड़े हैं. जांच जारी है. गबन की राशि और बढ़ सकती है. इस मामले में एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया जा चुका है. कहा कि हमारी प्राथमिकता सिर्फ दोषी को पकड़ना नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि जिन ग्राहकों की बचत की राशि लूटी गयी है, उन्हें हर हाल में न्याय मिले.गुवा पोस्ट ऑफिस घोटाले की सीबीआइ जांच हो
सोमवार की सुबह से ही गुवा डाकघर में दर्जनों खाताधारक पहुंचे, सभी अपने हाथ में पासबुक लिए सच्चाई जानने के लिए डाकघर के गेट पर लाइन लगाकर खड़े हो गये. कई बुजुर्ग महिलाएं, मजदूर, पेंशनधारी और किसान अपने फिक्स डिपॉजिट या बचत खाता की जानकारी लेने खुद पहुंचे थे. वर्तमान पोस्टमास्टर विवेक आनंद एक-एक ग्राहक के खाता की जांच कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पहले 35 लोगों के नाम आये थे. सोमवार को दर्जनों खाताधारकों ने अपने पासबुक की जांच करवाई. गुवा डाकघर के बाहर पहुंचे खाताधारकों ने ‘मेहनत की कमाई लौटाओ, फर्जी पासबुक की जांच करो, डाकघर में भी ठगी, शर्म करो, शर्म करो जैसे नारे लगा कर अपना विरोध प्रकट किया. लोगों ने मांग की कि गुवा पोस्ट ऑफिस में अस्थायी विशेष जांच अधिकारी की तैनाती हो. सभी खातों की डिजिटल ऑडिट, सीबीआई या सीआइडी स्तर की जांच हो, पीड़ितों को त्वरित राहत राशि व गबनकर्ता की गिरफ्तारी की मांग की.डाक विभाग पर भरोसा बना रहे, यह हमारी जवाबदेही : उदय भान
उदय भान सिंह ने कहा कि डाक विभाग पर लोगों का विश्वास बना रहे, यह हमारी जवाबदेही है. कहा कि क्लेम फॉर्म भरवाकर ग्राहकों को पैसा दिलवाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. गुवा डाकघर के तत्कालीन पोस्टमास्टर विकास चंद्र कुईला पर आरोप है कि उसने 2021 से 2024 के बीच दर्जनों ग्राहकों से फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) के नाम पर रुपये लिए और नकली पासबुक थमाकर फरार हो गया. वह 20 जून को गुवा से चिरिया डाकघर स्थानांतरित हुआ था, लेकिन वहां ज्वाइन नहीं किया और तभी से लापता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है