चतरा. इनकी रही भूमिका:
राज्य के पूर्व मंत्री सत्यानंद भोगता, वाहन मालिक संघ आम्रपाली टंडवा के अध्यक्ष आशुतोष मिश्रा, मेसर्स पूजा इंटरप्राइजेज के एमडी जयप्रकाश सिंह, भगवती स्टोन वर्क्स देल्हो सिमरिया के अमित कुमार सहाय, जय मां अंबे इंफ्रा प्रालि के एमडी सुबोध कुमार सिंह, समाजसेवी सह युवा व्यवसायी उदय कुमार वर्मा, अभी होम्यो क्लिनिक के संचालक डॉ एमपी यादव, शांति निकेतन मठ एंड मिशन स्कूल परिसर में संचालित इंटर साइंस कॉलेज-चतरा.नीट के लिए गोल बेहतर: मुकेश: गोल इंस्टीट्यूट के मुकेश उरांव ने कहा कि इस बार के नीट की परीक्षा में काफी कठिन प्रश्न आये थे. इसके बावजूद इंस्टीट्यूट से लगभग 500 बच्चे क्वालिफाइ किये. नीट के लिए गोल बेहतर है. बच्चों को नीट की तैयारी के लिए गोला इंस्टीट्यूट बेहतर विकल्प है. करियर बनाने में गोल की अहम भूमिका है. समय-समय पर स्कॉलरशीप परीक्षा आयोजित कर बच्चों को कम फीस में तैयारी करायी जाती है.किताबी ज्ञान के साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग जरूरी: रंजीतएसीएफएआइ यूनिवर्सिटी के रंजीत कुमार सिंह ने कहा कि वर्तमान में किताबी ज्ञान के साथ-साथ प्रैक्टिकल ट्रनेिंग जरूरी है. हमारी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के साथ-साथ प्रैक्टिकल भी कराये जायेंगे. 2008 से झारखंड में संस्थान की शाखा चल रही है. पूरे देश में संस्थान की 11 यूनिवर्सिटी संचालित हो रहा है. दक्षता निर्माण के साथ-साथ प्रोफेशन करियर में संस्थान अपनी अलग पहचान बना रहा है.
पढ़ाई के साथ-साथ स्किल जरूरी: अभिषेकमानव रचना के जोनल हेड अभिषेक राय ने कहा कि बच्चों को एक बार अच्छा प्रदर्शन कर लेते हैं, लेकिन निरंतर आगे बढ़ना मुश्किल है. मैट्रिक व इंटर पहल चरण है. सफलता जितना आनंद देता हैं, उतना ही दर्द भी देता है. इसलिए एक सफलता को सेलिब्रेट कर छोड़ना नहीं है. लक्ष्य निर्धारित कर लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन-रात एक करना होगा. वर्तमान में पढ़ाई के साथ-साथ स्किल भी जरूरी है.निरंतर पढ़ाई कर आगे बढ़ें: कुमार चंदनशिक्षक कुमार चंदन ने कहा कि प्रतिभा को सम्मान देना, प्रभात खबर का सराहनीय पहल है. उन्होंने बच्चों को निरंतर आगे की पढ़ाई कर माता-पिता, क्षेत्र का नाम रौशन करने की बात कही. उन्होंने कहा कि सफलता की ऊंचाई पर पहुंचना तो आसान है, लेकिन उस पर बने रहना बड़ा काम है. बच्चे रुचि के अनुसार अपना करियर का चयन करें.
सम्मान टॉनिक की तरह कार्य करेगा: लाला प्रसादशिक्षाविद लाला प्रसाद साहू ने कहा कि प्रतिभा सम्मान समारोह विद्यार्थियों के लिए टॉनिक की तरह कार्य करेगा. विद्यार्थी और मेहनत कर सफलता की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं. उन्होंने छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया.परिश्रम का कोई विकल्प नहीं: प्रवीण कुमारशिक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि बच्चों की सफलता की यह पहली पीढ़ी है. इसी तरह आगे भी पढ़ाई की गुणवत्ता बनाये रखने की बात कही. यह मेडल व सर्टिफिकेट दिया जा रहा हैं, वो आपको हमेशा मोटिवेट करेगा. उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है. इसी रास्ते से ही सफलता अर्जित की जा सकती है.
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