चतरा. सदर थाना क्षेत्र के डाढ़ा गांव के तीन महिलाओं ने वन कर्मियों पर शारीरिक यौन दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है. इस संबंध में महिलाओं ने एफआइआर के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है. साथ ही इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार अग्रवाल को आवेदन देकर दी है. बताया कि रविवार को वन कर्मियों द्वारा कुछ घरों को उजाड़े जाने का विरोध करने पर वन कर्मियों के एक बड़े समूह ने तीन महिलाओं सहित जन संघर्ष मोर्चा के नेता महेश बांडो को धकेल कर अपनी गाड़ी में बैठा लिया और वन कार्यालय परिसर के एक आवासीय कमरे में बंद कर दिया. थोड़ी देर में वन कर्मी आये और महेश बांडो के साथ बेरहमी से मारपीट करने लगे. जब इसका विरोध किया, तो चेहरा अपनी उंगलियों से पकड़ कर चूमने की कोशिश की और महेश बांडो को लेकर चले गये. हमलोगों का समय आतंक व आशंकाओ के बीच रोते बिलखते बीत रहा था कि किसी उच्चाधिकारी के कहने पर हमें रात नौ से दस बजे के बीच छोड़ दिया गया. महिलाओं ने इज्जत के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करने वाले वन कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज कर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की. इस संबंध में रेंजर सूर्यभूषण कुमार ने कहा कि महिलाओं का आरोप बेबुनियाद है. महेश बांडो के साथ किसी भी महिला को नहीं पकड़ा गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है