कटैया, परसिया, तेतरिया, मुरार, तरवागड़ा, राहरबार होते मां कौलेश्वरी पर्वत तक जाने का सबसे सुगम व शॉर्टकट रास्ता है 21 सीएच 8- धंसी सड़क. जोरी. हंटरगंज प्रखंड के तरवागड़ा पंचायत के गोलाई नदी में बना गार्डवाल बाढ़ में टूट गया. गार्डवाल टूटने से किनारे पर बनी पीसीसी सड़क भी धंस गयी. सड़क धंस जाने से आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो गया है. यह सड़क गया-चतरा मुख्य पथ के घंघरी से ग्रामीण क्षेत्र के कटैया, परसिया, तेतरिया, मुरार, तरवागड़ा, राहरबार होते मां कौलेश्वरी पर्वत तक जाने का सबसे सुगम व शॉर्टकट रास्ता है. इस सड़क से दूर दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां कौलेश्वरी पर्वत पर दर्शन, पूजन करने आते हैं. सड़क टूटने से श्रद्धालुओं को श्रावण मास में मां कौलेश्वरी पर्वत पर आने जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. क्षेत्र के समाजसेवियों ने टूटे गार्डवाल व धंसी सड़क की अविलंब मरम्मत कराने की मांग की, ताकि सड़क से आवागमन सुचारू रूप से चलता रहे. इस संबंध में गार्डवाल के संवेदक तरवागड़ा निवासी कपिल यादव ने बताया कि वर्ष 2013-14 में जिला परिषद चतरा द्वारा लगभग 20 लाख की लागत से गार्डवाल का निर्माण कराया गया था. लगातार हो रही अत्यधिक बारिश के टूट गया है. गार्डवाल के किनारे मुरार आरईओ पथ से माइक्रो लिफ्ट तक डीएमएफटी मद से वर्ष 2024- 25 में लगभग 34 लाख की लागत से पीसीसी सड़क बनाई गयी है. इस सड़क का कार्यान्वन एजेंसी ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल चतरा है. संवेदक तरवागड़ा निवासी सुरेश यादव हैं. मात्र एक वर्ष में ही पीसीसी सड़क धंस जाने से इसके निर्माण व गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे है.
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