चतरा. गर्मी शुरू होते ही शहर में पेयजल संकट गहराने लगा है. अनियमित पेयजलापूर्ति शुरू हो गयी है. एक सप्ताह से शहर के कई मुहल्लों में पेयजलापूर्ति ठप है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोग सुबह उठते ही पानी के जुगाड़ में लग जाते हैं. इधर-उधर से पानी लाकर प्यास बुझाने को मजबूर है. चापानलों पर भीड़ लगी रहती है. सबसे अधिक परेशानी पेयजलापूर्ति पर आश्रित लोगों को हो रही है. कई लोग आरओ की पानी खरीद कर पीने को मजबूर है, जिससे लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. कई मुहल्ले में चापानल खराब पड़ा हुआ है. पेयजल की समस्या से निजात दिलाने के लिए जनप्रतिनिधि व पदाधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं है. नगर परिषद द्वारा पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा रही है, जिससे लोगों में नगर परिषद के प्रति नाराजगी है. मालूम हो कि शहर में तीन जलमीनार से पेयजलापूर्ति होती है, जिसमें न्यू पेट्रोल पंप स्थित काली पहाड़ी, ब्लॉक व पुरानी टंकी से पेयजलापूर्ति होती है. सबसे कम क्षमता पुरानी टंकी की है, लेकिन सबसे अधिक उपभोक्ता इस टंकी पर आश्रित है. मार्च के आधा माह तक दो-तीन दिन के अंतराल में पेयजलापूर्ति होती थी, लेकिन अब तक एक सप्ताह में भी लोगो को पानी नसीब नहीं हो रहा है. कुछ मुहल्लों में एक से 13 अप्रैल तक अधिकतर मुहल्ले में एक बार पेयजलापूर्ति की गयी है.
बिजली नहीं रहने से हो रही परेशानी : जेई
पीएचइडी के जेई राकेश पाल ने कहा कि आंधी-तूफान के कारण बिजली बाधित हो गयी थी. पर्याप्त बिजली नहीं मिलने से पेयजलापूर्ति में परेशानी हो रही है. अब सुधार हो रहा है. रविवार को काली पहाड़ी जलमीनार से पेयजलापूर्ति की गयी है. सोमवार को पुरानी टंकी से पेयजलापूर्ति की जायेगी.
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