डुमरिया . डुमरिया की खैरखनी पंचायत स्थित लखाइडीह गांव में आदिम जनजाति सबरों को मिले सरकारी आवास की राशि बिचौलिया लखाई टुडू ने हड़प ली. जल्द घर बनाने का आश्वासन देकर 8-10 परिवारों से से 50-50 हजार रुपये ले लिये. इनमें मधु सबर, राम चंद्र सबर और शुरू सबर का काम निकासी राशि के अनुरूप हुआ है. लगभग साढ़े तीन लाख रुपये की हेराफेरी का आरोप है. लखाइडीह के महिसाबांधा टोला निवासी चंद्र सबर ने बताया कि आवास के लिए पहले 30 हजार रुपये बैंक से मिले. मैंने खुद आवास के नीचे के हिस्से (पिलिंथ) का काम किया. बाद में 50 हजार रुपये आये. मैंने बैंक से 50 हजार रुपये निकाल कर लखाई को दिये, ताकि वह हमारा आवास बना दे. उसने मेरे भाई व मां के आवास के 50 हजार रुपये ले रखा है. पांच माह बाद भी काम शुरू नहीं किया. पहले कहा कि पानी की समस्या है. अब कह रहा कि धान रोपनी चल रहा है.
कोट
सबरों के आवास की रकम दूसरों द्वारा लेकर नहीं बनाने के बारे में हमें सूचना नहीं हैं, क्योंकि हम कुछ दिन बाहर थे. अगर ऐसा हुआ है, तो बहुत गलत है. राशि ली है तो उसे तय सीमा में बना देना चाहिए. हम जानकारी लेंगे. गलत नहीं होने देंगे.– कान्हू राम टुडू
, ग्राम प्रधान, लखाइडीहलखाइडीह गांव के सबरों के आवास की स्थिति बहुत खराब है. 10 सबरों को आवास मिले हैं. इनमें तीन सबर के आवास का निर्माण काम निकासी के अनुरूप हुआ है. बाकी सबरों की राशि गांव के लखाई ने ले रखी है. ऐसा आरोप है. इसकी जानकारी विभाग को है.– सुरेंद्र नाथ हेंब्रम
, मुखिया, खैरबनी पंचायत, मुखिया, खैरबनी पंचायतजवाबदेही तय नहीं होने का लाभ उठा रहे बिचौलिये
प्रधानमंत्री जन मन आवास योजना के तहत सबरों को आवास मुहैया कराया गया है. अनपढ़ होने के कारण इनके आवास बिचौलिया, ठेकेदार या प्रतिनिधि बनाते हैं. इनकी जवाबदेही तय नहीं होती है. पहले विभाग द्वारा सबरों के आवास वीएलडब्ल्यू के नाम पर आवंटित होता था. उन्हीं के द्वारा निर्माण कराया जाता था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है