मुसाबनी/ डुमरिया.
पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल और उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान ने शनिवार को आकांक्षी प्रखंड मुसाबनी का दौरा किया. डीसी ने विभिन्न समूहों, किसानों, महिला उद्यमियों व शिल्पकारों के साथ जमीन पर बैठकर संवाद किया. स्वरोजगार, कृषि, कला के क्षेत्र में तल रहे कार्यों को देखा. स्कूल, कुपोषण उपचार केंद्र का किया निरीक्षण. किसानों व स्वरोजगार कर रहीं महिलाओं को हर संभव सहयोग को लेकर आश्वस्त किया. सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेकर सामाजिक सुरक्षा व विकास कार्यों की नयी लकीर खींचने को कहा.हस्त करघा केंद्र से दो दर्जन महिलाएं बनीं स्वावलंबी
डीसी ने मुख्यालय में संचालित हस्त करघा केंद्र का दौरा किया. कार्यरत महिलाओं को आय, विक्रय की व्यवस्था और बेहतर की संभावना पर चर्चा की. समिति ने डीसी व डीडीसी को पुष्पगुच्छ देकर व रेशम कपड़ा ओढ़ा कर स्वागत किया. समिति की अध्यक्ष शबनम परवीन ने बताया कि दो दर्जन से अधिक महिलाएं सूती कपड़ा बनाती हैं. वहीं, रेशम के कुकुन से धागा निकाल कर कपड़ा बुनती हैं. गोहला पंचायत के सारुदा टोला के रेशम कीट पालक किसानों और चाईबासा के कोकून बैंक से रेशम कोकून प्राप्त करते हैं. समिति महिलाओं को प्रत्यक्ष रूप से स्वावलंबी बना रही है.समिति ने समस्याएं रखीं, डीसी ने आश्वासन दिया
शबनम परवीन ने समिति के समक्ष वर्कशेड की कमी, गर्मी व बरसात में शेड की समस्या, शौचालय, पेयजल आदि कई अन्य समस्याओं को रखा. डीसी ने जगह की कमी दूर करने तथा अन्य समस्याओं के समाधान की बात कही. इसके साथ कुइलीसूता गांव में डोकरा शिल्प समिति ने सामग्रियां बनाने वाले पारंपरिक शिल्पकारों से मिलकर परंपरागत कला को आजीविका के रूप में रोजगार का अवसर बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की. इनकी समस्याओं को सुना.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है