मुसाबनी.
केंद्रीय विद्यालय सुरदा के स्थानांतरण के विरोध में शुक्रवार को आजसू पार्टी का अनिश्चितकालीन धरना शुरू हुआ. इसका नेतृत्व आजसू नेता सह मुसाबनी के प्रमुख रामदेव हेंब्रम ने किया. आजसू नेताओं ने कहा कि जबतक स्थानांतरण का निर्णय वापस नहीं लिया जाएगा, तबतक धरना जारी रहेगा. फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत के मुखिया पोरमा बानरा, बेनासोल पंचायत की मुखिया सुकुरमनी हेंब्रम ने धरना में शामिल होकर नैतिक समर्थन दिया. धरना पर बैठे आजसू कार्यकर्ता अपने हाथों में नारे लिखे तख्तियां लिए हुए थे. तख्तियों में एचसीएल की मनमानी नहीं चलेगी, बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करना बंद करो आदि नारे लिखे हुए थे. इस दौरान प्रमुख ने कहा केवि सुरदा के बड़ापहाड़ स्थानांतरित हो जाने से क्षेत्र के बच्चे केंद्रीय विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने की सुविधाओं से वंचित हो जाएंगे. बड़ापहाड़ में अर्ध सैनिक बलों के बच्चों के अलावा किसी भी बाहरी बच्चे का नामांकन नहीं होगा.शिक्षा मंत्री और सांसद से अविलंब हस्तक्षेप की मांग
प्रमुख ने शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन व सांसद विद्युत वरण महतो से मामले में अविलंब हस्तक्षेप कर समाधान निकालने का अनुरोध किया. श्री हेंब्रम ने कहा कि शिक्षा का अधिकार को छीनने का प्रयास किया जा रहा है. इस निर्णय से पिछड़े क्षेत्र के बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित हो जायेंगे. यह एक षड्यंत्र है, इसे सफल होने नहीं दिया जायेगा. स्थानीय लोगों- अभिभावकों के साथ मिलकर स्कूल बचाने का आंदोलन किया जायेगा. उन्होंने केंद्रीय विद्यालय सुरदा के स्थानांतरण पर अविलंब रोक लगाने की जरूरत बतायी. धरना में प्रखंड अध्यक्ष फागु सोरेन, आजसू एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष मंगल टुडू, जिला संगठन मंत्री ओमियो महतो, पूर्व पार्षद सुखलाल हेंब्रम, अमित पातर, बड़ापहाड़ गांव के ग्राम प्रधान मनीष गुप्ता, रवि सिंह, हरि पात्रो, विकास कुमार साहू, बैजूनाथ सिंह, सुजीत कुमार दास, चंद्रकांत सोरेन के अलावे कई अभिभावक भी शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है