घाटशिला
.घाटशिला प्रखंड की झाटीझरना पंचायत का प्राथमिकी स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बदहाल है. इसकी चहारदीवारी कई वर्षों से टूटी है. केंद्र में स्टाफ की कमी है. चिकित्सक प्रतिदिन अस्पताल नहीं आते हैं. एक एएनएम बेला सरकार मरीजों की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर रहती है. खुद अस्पताल की सफाई करती हैं. रात में वहीं रहती हैं. आपातकाल स्थिति में चिकित्सक की भूमिका निभाती हैं. इसके कारण बेला सरकार झाटीझरना वासियों की चहेती बन गयी हैं. चिकित्सा प्रभारी डॉ आरएन सोरेन ने उनके काम की सराहना की. उन्होंने कहा कि बेला सरकार सही मायने में बेहतरीन काम कर रही है. स्टाफ की कमी की रिपोर्ट हर माह जिला मुख्यालय भेजी जाती है, लेकिन बेला के कारण सेवा में कोई कमी नहीं होती है. ज्ञात हो कि झाटीझरना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए दो चिकित्सक, दो एनएम, एक फार्मासिस्ट, एक लैब टेक्नीशियन और एक रात्रि प्रहरी का पद स्वीकृत है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि फार्मासिस्ट और चिकित्सक सप्ताह में केवल एक दिन उपलब्ध रहते हैं.
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