मुसाबनी.
एचसीएल (हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड) की केंदाडीह खदान से पानी निकालने का कार्य कर रही ठेका कंपनी कियू सिक्योरिटी सर्विसेज के मजदूरों को अप्रैल का वेतन भुगतान नहीं हुआ है. ऐसे में मजदूरों ने आंदोलन की चेतावनी दी है. मजदूरों ने रविवार को झारखंड खान मजदूर यूनियन के अध्यक्ष जितेन सोरेन की अध्यक्षता में माइंस गेट के समीप की बैठक की. यहां निर्णय हुआ कि यदि 12 मई तक ठेका कंपनी ने मजदूरों का वेतन का भुगतान नहीं किया, तो 13 मई की सुबह मजदूर केंदाडीह माइंस के मुख्य द्वार को जाम करेंगे. खदान से पानी निकासी के काम को भी बंद कर देंगे. इसकी जवाबदेही प्रबंधन की होगी.प्रबंधन के आश्वासन पर भी ठेका कंपनी ने भुगतान नहीं किया
मजदूरों ने कहा कि प्रत्येक माह 7 तारीख तक वेतन भुगतान होता है. अप्रैल का वेतन भुगतान अबतक नहीं हुआ है. आठ मई को एचसीएल के सीनियर माइंस मैनेजर एस संपत कुमार से मिलकर जानकारी ली. उन्होंने ठेका कंपनी से फोन पर बात कर मजदूरों को 8 मई की शाम तक वेतन का भुगतान करने की बात कही. हालांकि, शाम तक वेतन भुगतान नहीं हुआ. 9 मई को ठेका मजदूरों ने वेतन भुगतान की मांग को लेकर 2 घंटे कार्य का बहिष्कार किया. एचसीएल प्रबंधन ने मजदूरों को समझा कर 9 मई की शाम तक वेतन भुगतान करने का आश्वासन दिया, लेकिन उस दिन भी भुगतान नहीं हुआ.300 ठेका मजदूरों को रोटेशन पर मिल रहा रोजगार
ज्ञात हो कि बंद केंदाडीह माइंस से पानी निकासी व अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए करीब 300 ठेका मजदूरों को रोटेशन के आधार पर रोजगार मिल रहा है. बैठक में शिवचरण सोरेन, विप्लव नारायण देव, लखन मुर्मू, सुभाष लोहार, दिलीप रजक, दिलीप दास, रिंकू मुर्मू समेत कई मजदूर उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है