घाटशिला. मऊभंडार स्थित एचसीएल/आइसीसी कंपनी में एक मेगावाट क्षमता वाला ग्राउंड माउंटेड सोलर पीवी पावर प्लांट तैयार है. उक्त प्लांट कुतलुडीह पेट्रोल पंप के पीछे लगभग 5 एकड़ में है. इसे 21 जून 2024 से ऊर्जा उत्पादन के लिए चालू कर दिया गया है. इस परियोजना को रेस्को मॉडल के तहत 25 वर्षों के लिए लागू किया गया है. इसके तहत संयंत्र निर्माण से लेकर संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी निजी कंपनी के पास रहेगी. संयंत्र का निर्माण और परिचालन महाराष्ट्र की इयूआरजा एनर्जी जेनरेशन प्राइवेट लिमिटेड ने किया है. राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (आरइआइएल), जयपुर के माध्यम से कार्यान्वित किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, लगभग चार करोड़ रुपये की लागत से एक मेगावाट का सोलर प्लांट बना है, जो फिलहाल कंपनी को बिजली की आपूर्ति कर रहा है. सोलर प्लांट तक पहुंचने के लिए सड़क का निर्माण नहीं हुआ है. प्लांट से जुड़े कुछ कार्य बाकी हैं. कंपनी में हर माह औसतन 5 से 6 लाख यूनिट बिजली की खपत होती है, जो डीवीसी से आपूर्ति होती है. सोलर प्लांट से डेढ़ लाख यूनिट प्रति माह विद्युत की सप्लाई हो रही है. इससे लगभग साढ़े सात लाख रुपये की बचत कंपनी को हो रही है. डीवीसी एक यूनिट पर 8 से 9 रुपये प्रति यूनिट विद्युत शुल्क लेती है. सोलर से संचालित विद्युत का शुल्क 4 रुपये 34 पैसे है. ——- सोलर प्लांट का कार्य पूरा हो चुका है. एचसीएल-आइसीसी कंपनी को प्लांट से एक मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही है. भविष्य में परियोजना की क्षमता बढ़ाकर 5 मेगावाट तक की जा सकती है. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से रोजगार भी मिला है. – प्रशांत तिवारी, ठेका कंपनी के प्रबंधक
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