घाटशिला.
धालभूमगढ़ के हरिणदुकड़ी गांव निवासी शकुंतला नमाता (44) को बुधवार सुबह करीब 5:20 में घर में चूल्हा जलाते वक्त सांप ने पैर में काट लिया. परिजनों और ग्रामीणों ने उन्हें घाटशिला अनुमंडल अस्पताल लाया. शकुंतला के भतीजे देबू नमाता ने बताया कि अस्पताल पहुंचने पर पहले ब्लड लिया और टिटनेस का इंजेक्शन दिया गया. इसके बाद लगभग 10 बजे डॉक्टर पहुंचे. दोबारा खून की जांच हुई. चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए एमजीएम रेफर कर दिया. 108 एंबुलेंस सेवा कर्मियों की हड़ताल के कारण अस्पताल परिसर में एंबुलेंस नहीं थी. शकुंतला का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है. निजी एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं कर सके. कई घंटे इंतजार के बाद आखिरकार परिजन मरीज को घाटशिला रेलवे स्टेशन पर इंटरसिटी से झाड़ग्राम लेकर गये.स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठा सवाल
देबू नमाता ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने मरीज के रेफर से संबंधी कोई रिपोर्ट या कागजात नहीं दिया. केवल एक साधारण पर्ची पकड़ा दी. इससे व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. समय पर इलाज न मिल पाने और एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवा के अभाव में मरीज की जान पर बन आयी. यदि समय पर उचित उपचार और साधन उपलब्ध होता, तो मरीज की स्थिति बेहतर हो सकती थी. ग्रामीणों ने मामले को लेकर आक्रोश व्यक्त किया.महिला को सांप ने काटा, अस्पताल में भर्ती
घाटशिला. धालभूमगढ़ के चोइरा निवासी 26 वर्षीय सुमित्रा मुंडा को खेत में काम करने के दौरान बुधवार को सांप ने डस लिया. परिजनों ने उन्हें तत्काल घाटशिला अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार किया. डॉ आरएन टुडू ने बताया कि प्राथमिक उपचार चल रहा है. रक्त जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है.
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