गालूडीह . घाटशिला प्रखंड के हेंदलजुड़ी स्थित डांगाटांड़ में चिह्नित 35 एकड़ जमीन पर ट्राइबल विश्वविद्यालय निर्माण के पक्ष में सोमवार को हेंदलजुड़ी पंचायत के सात गांवों के ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर आवाज बुलंद की. ओलचिकी लिपि के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती पर सात गांवों के ग्रामीण, ग्राम प्रधान, नायके, तरफ परगना, परगना और बुद्धिजीवी ने डुंगरीडीह स्कूल में पूजा कर सामूहिक प्रार्थना की. पारंपरिक हथियारों और ढोल-धमसे के साथ जुलूस निकाला. इसका नेतृत्व किसान सभा के नेता दुलाल चंद्र हांसदा व ग्राम प्रधानों ने किया. लोगों ने एक स्वर में कहा कि ट्राइबल विवि बनने से आदिवासियों का उत्थान होगा. इसमें किसी को रुकावट नहीं बनने देंगे. इसमें रुकावट डालने का प्रयास करने वालों को समाज माफ नहीं करेगा.
दरअसल, रविवार को हेंदलजुड़ी गांव और डुंगरीडीह टोलों के लोगों ने चिह्नित जमीन पर गोट पूजा स्थल का हवाला कर देकर विरोध जताया था. उन्होंने दूसरी जगह विवि बनाने की मांग की थी.इन गांवों ने किया समर्थन:
कालाझोर, धमकबेड़ा, सिकराबासा, ज्वालभांगा, भूतियाकोचा, ठाकुरबाड़ी, कंकाडीह, लोवागोड़ा, डुंगरीडीह, जगन्नाथपुर. हलुदबनी और वृंदावनपुर के ग्राम प्रधान नहीं आ सके, पर ग्रामीण शामिल हुए.
मौके पर महुलिया तरफ परगना चांदराय हांसदा, नायके सह संथाली माचेत रवि हेंब्रम, पूर्व जिप सदस्य तुलसी वाला मुर्मू, मुखिया मिर्जा हांसदा, पंसस सामू टुडू, झामुमो नेता दुर्गाचरण मुर्मू, दुर्गा मुर्मू, काला सरकार, रतन महतो, बबलू हुसैन, सिप्पू शर्मा, जुझार सोरेन, शांकी लाल, पूर्व मुखिया पान कुमारी मार्डी, विक्रम बास्के, पतित हांसदा, कासू मुर्मू, सिदो मुर्मू, फूदान सोरेन, जेएलकेएम नेता रामदास मुर्मू समेत ग्रामीण उपस्थित थे.विरोध करने वाले कई लोग समर्थन में आये:
रविवार को हेंदलजुड़ी और डुंगरीडीह के कुछ ग्रामीण विरोध में शामिल हुए थे. इनमें डुंगरीडीह के टोला प्रधान सोबेन मुर्मू थे. वे सोमवार को समर्थन में शामिल हुए. उन्होंने कहा दबाव के कारण रविवार को विरोध में शामिल होना पड़ा था. मैं ट्राइबल विवि के समर्थन में हूं. उनके साथ डुंगरीडीह के कई ग्रामीण समर्थन में शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है