धालभूमगढ़. कानास पंचायत के मालदेडीह गांव के 40 परिवार बीते एक वर्ष से पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं. गांव की सोलर जलमीनार खराब हो जाने के कारण ये परिवार एकमात्र चापाकल पर निर्भर हैं. चापाकल से केवल पीने का पानी ही मिल पाता है, बाकी कार्यों के लिए ग्रामीणों को सुवर्णरेखा नदी का सहारा लेना पड़ता है. रविवार को पूर्व जिप सदस्य आरती सामाद ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर समस्याओं को समझा. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत की ओर से सौर ऊर्जा संचालित ग्रामीण जल नल योजना के तहत 4000 लीटर की पक्की टंकी बनाई गयी थी, लेकिन यह एक वर्ष से खराब पड़ी है. ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों और विभाग के अधिकारियों से कई बार मरम्मत के लिए गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. आरती सामाद ने विभागीय अभियंता से बात कर जल मीनार की तत्काल मरम्मत का आग्रह किया और कहा कि एक-दो दिन में विभाग की टीम आकर निरीक्षण करेगी. इसके अलावा, गांव में चार चापाकल भी लंबे समय से खराब पड़े हैं, जिनकी मरम्मत भी नहीं हुई है. ग्रामीणों ने जाहेरथान की घेराबंदी की मांग की है और इसके लिए शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा.इस मौके पर ग्राम प्रधान सामु टुडू, ठाकुरदास सोरेन, सुराई हेंब्रम, रूपसेन बास्के, शर्मिला मुर्मू, माती बास्के, दीप शंकर सोरेन, गोपी हेंब्रम, भाग्यवती सोरेन, राम मुर्मू, सालखान सोरेन, प्रकाश बास्के, गुरुवा टुडू, लखि वास्के, परायनि बास्के, चंदराय मुर्मू, राघव टुडू, सुनील हेंब्रम, बांगी हेंब्रम आदि उपस्थित थे.
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