गढ़वा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा वर्ष 2014 में भवनाथपुर में किए गए पावर प्लांट का शिलान्यास के बारे में जवाब देना चाहिए. उक्त बातें भाजपा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने शनिवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ऊर्जा, श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण, उद्योग और भवन निर्माण विभाग के कटौती प्रस्ताव के पक्ष में बोलते हुए कही. उन्होंने कहा कि सीएम के द्वारा भवनाथपुर में पावर प्लांट का शिलान्यास किये हुए करीब 11 साल होने को है. एक सीएम के हाथों किसी योजना का शिलान्यास होने के बाद काम शुरू नहीं होना हास्यासपद है. इससे विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगता है. विधायक श्री तिवारी ने कहा कि वर्तमान समय में स्मार्ट मीटर लगने से बिजली का बिल पहले की अपेक्षा पांच गुणा अधिक आने लगा है. उन्होंने कहा कि गढ़वा सहित राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों पर बिजली विभाग की ओर से केस दर्ज करा दिया गया है. झारखंड बिजली के क्षेत्र में अभी भी बहुत पीछे है. इसका बजट तो बड़ा रहता है, लेकिन बिजली के मामले में आत्मनिर्भरता नहीं हो रही है. गढ़वा सहित राज्य के कई इलाकों में आज भी गांवो में बांस-बल्ली के सहारे ही बिजली का तार पहुंचा है. कई जगहों पर हाइटेंशन तार में जाली नहीं होने के कारण लोग दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं. इन सभी बिंदुओं पर राज्य सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
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