गढ़वा.
गढ़वा जिले के मेराल प्रखंड अंतर्गत ओखरगाड़ा को प्रखंड का दर्जा देने की मांग को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने सोमवार को पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर को मुख्यमंत्री के नाम एक मांगपत्र सौंपा. ग्रामीणों का कहना है कि ओखरगाड़ा क्षेत्र में आबादी लगातार बढ़ रही है और ग्रामीणों को प्रखंड सह अंचल कार्यालय में प्रतिदिन विकास योजनाओं सहित जमीन के मामलों को लेकर आना-जाना पड़ता है. ओखरगाड़ा से मेराल प्रखंड मुख्यालय की दूरी काफी अधिक है, जिससे प्रशासनिक कार्यों में भारी परेशानी होती है. ग्रामीणों की मांग है कि 20 पंचायत वाले मेराल प्रखंड की छह पंचायत बिकताम, ओखरगाड़ा पूर्वी, ओखरगाड़ा पश्चिमी, खोरिडीह, चेचरिया और अरंगी को मिलाकर एक नया प्रखंड बनाया जाये. तत्कालीन (वर्तमान भी) मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 2013 में मांग पत्र देकर ओखरगाड़ा को प्रखंड बनाने की मांग की गयी थी. पूर्व मंत्री ने दिया आश्वासन : ग्रामीणों की मांग पर मिथिलेश ठाकुर ने आश्वासन दिया कि उन्होंने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष पहले भी रखा था. पुनः उनके समक्ष यह मांग रखी जायेगी. उन्होंने कहा कि झामुमो जनता के हक के लिए संघर्ष करता रहेगा.उपस्थित लोग : मौके पर ओखरगाड़ा प्रखंड नवनिर्माण संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष रामसागर उरांव, बबलू कुमार तिवारी, मुखिया रवींद्र कुमार गुप्ता, जमालुद्दीन अंसारी, काशीराम, मुखिया धर्मराज राम, उप प्रमुख निजामुद्दीन खान, बिकताम मुखिया सुरेश राम, पंचायत समिति सदस्य विनोद पासवान, उपेंद्र चंद्रवंशी, अवधेश कुमार पासवान, राम प्रवेश सिंह, सद्दाम हुसैन, संजय राम, शोएब खान, दिलीप कुमार सिंह,उदय नारायण तिवारी, राजा राम व मिन्हाज आलम सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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