धुरकी.
वन विभाग के आरसीसीएफ एसआर नरेश एवं डीएफओ उत्तरी, अंशु मान ने शनिवार को विभागीय टीम के साथ कनहर नदी के सुखलदरी जलप्रपात का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि सुखलदरी जलप्रपात काफी मनमोहक है. यहां बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं तथा यहां विकास की असीम संभावनाएं हैं. वे लोग इसके विकास को लेकर निरीक्षण कर रहे हैं.इसपर विभागीय पहलकर विकास के लिये योजना बनायी जायेगी और इसे सरकार को भेजा जायेगा. आदेश मिलने पर योजना के तहत इस सुंदर व सुगम स्थल को विकास करने की पहल की जायेगी. ताकि अधिक से अधिक यहां पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध हो सके एवं स्थानीय लोगों को कुछ रोजगार मिल सके. इलाके में बढ़ रहे हाथियों के आतंक से किसानों को हो रही परेशानी को लेकर कहा कि अभी हाथी से बचाव के लिए कई पहल हो रही है. लोगों को इसके लिए खुद भी जागरूक होना चाहिए. हाथी बड़ा जानवर है, उसे आसानी से भगाया नहीं जा सकता. लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था के जरिये हम लोग इससे निजात दिलाने में लगे हैं. जंगलों में बास के पौधे अधिक से अधिक लगाने की व्यवस्था हो रही है. रणनीति बनायी जा रही है : यह पूछे जाने पर हाथी और नीलगाय के भय से लोग किसान प्रभावित होकर जंगलों के किनारे और नदी के किनारे खेती करना बंद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए रणनीति बनायी जा रही है. प्रभावित किसानों को चिह्नित कर मुआवजा भी दिया जा रहा है. इस दौरान वनपाल प्रमोद कुमार यादव, वनरक्षक शशि कुमार, सावंत कुमार, द्रोण कुमार, निरंजन कुमार, बसंत सिंह व मरीयनुस कच्छप उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है