मझिआंव. नगर पंचायत में रविवार शाम पांच बजे एक अप्रत्याशित घटना ने लोगों को हैरान कर दिया. अंचल कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर सत्यप्रकाश विश्वकर्मा और सीओ प्रमोद कुमार के रसोइया पिंटू सिंह ने बिना किसी आधिकारिक आदेश के सीओ का सरकारी वाहन लेकर मुख्य सड़क पर वाहन जांच शुरू कर दी. इस दौरान दोनों ने टेंपो चालकों से गाली-गलौज और मारपीट की, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. पिंटू सिंह ने खुद को मझिआंव का सीओ बताकर लोगों को धमकाया, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गयी. लगभग एक घंटे तक मझिआंव की सड़कों पर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. वाहन चालकों में भगदड़ मच गयी और लोग अपने वाहन लेकर इधर-उधर भागने लगे. घटना के बाद सीओ प्रमोद कुमार ने रसोइया पिंटू सिंह को माफ़ी मांगने के बाद मझिआंव से हटा दिया. वहीं कंप्यूटर ऑपरेटर सत्यप्रकाश पर कार्रवाई की बात कही गयी थी, लेकिन 48 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
इस मामले में गहिड़ी गांव निवासी टेंपो चालक उपेंद्र मेहता ने थाना में दोनों आरोपियों के खिलाफ आवेदन दिया था, लेकिन बाद में कुछ लोगों के समझाने पर उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. जब सीओ से संपर्क करने की कोशिश की गयी तो पता चला कि वे बिशुनपुरा प्रखंड के प्रभार में हैं. मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. इस पूरे मामले ने प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरी