इलाज के अभाव में दिव्यांग हों गयी पूजा दर्द एक गरीब दंपत्ति का फोटो इलाज के अभाव में कुपोषित बच्ची रंका. प्रखंड क्षेत्र के हुरदाग गांव निवासी नंदलाल तुरिया की 13 वर्षीय पुत्री पूजा कुमारी कुपोषण और दिव्यांगता से पीड़ित है. जन्म के समय वह स्वस्थ थी, लेकिन पांच महीने की उम्र में निमोनिया हो गया. रंका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और गढ़वा अस्पताल में इलाज के बाद उसकी जीभ बाहर निकल आयी और आंखें बंद हो गयीं. धीरे-धीरे वह दिव्यांग हो गयी. इसके बाद उसे पोषण युक्त आहार नहीं मिल पाया, जिससे वह कुपोषित हो गयी. आज उसकी उम्र 13 वर्ष है, लेकिन वह दो-ढाई साल की बच्ची जैसी दिखती है. पूजा के माता-पिता अत्यंत गरीब हैं. वे बांस के झाड़ू और पंखा बनाकर जीविका चलाते हैं. आर्थिक तंगी के कारण वे उचित इलाज नहीं करा सके. अब तक उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना या अबुआ आवास योजना के तहत कोई लाभ नहीं मिला है. वे एक कच्चे मकान में रहने को मजबूर हैं. पूजा का आधार कार्ड नहीं बना है, जिससे वह किसी भी सरकारी योजना से वंचित है. दिव्यांग प्रमाण पत्र भी नहीं है, जिससे उसे दिव्यांगता से संबंधित लाभ नहीं मिल पा रहा. पीएलवी अमरेंद्र कुमार ने बच्ची का आधार कार्ड और दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने का आश्वासन दिया है ताकि उसे सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके.
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