गढ़वा. गढ़वा चेंबर ऑफ कॉमर्स को लेकर गढ़वा शहर के व्यवसायी दो धड़ों में बंटते हुए दिख रहे हैं. रविवार को जहां पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि संतोष केसरी के नेतृत्व में बैठक की गयी थी और संतोष केसरी ने उक्त बैठक के माध्यम से स्वयं को चेंबर ऑफ कॉमर्स का कार्यवाहक अध्यक्ष घोषित कर दिया था. वहीं मंगलवार को गढ़वा चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष बबलू पटवा के साथ भी व्यवसायियों का एक पत्रकार वार्ता आदर्श होटल में संपन्न हुआ. इसमें अध्यक्ष बबलू पटवा ने कहा कि संतोष केसरी चेंबर के अध्यक्ष को लेकर बैठक आदि का ड्रामा नगर परिषद चुनाव को देखते हुए कर रहे हैं. साल 2018 में भी जब नगर परिषद का चुनाव होना था, तो उसके पूर्व सितंबर 2017 में भी कुछ लोगों के साथ बैठक कर उन्होंने स्वयं को कार्यवाहक अध्यक्ष घोषित कर लिया था. इस वजह से उनको गढ़वा सदस्य से निष्कासित भी कर दिया गया था. ऐसे में जब वे चैंबर के सदस्य भी नहीं हैं, तो उनको चेंबर के सदस्यों की बैठक बुलाना और स्वयं को अध्यक्ष बताना हास्यास्पद है. इस मौके पर डॉ पतंजली केसरी ने कहा कि चंद दोस्तों के साथ बैठक कर संतोष केसरी अध्यक्ष बन गये हैं. जबकि चेंबर ऑफ कॉमर्स एक संवैधानिक पद है. उसे व्यक्तिगत हित का बनाना कहीं से सही नहीं है. मौके पर दयाशंकर गुप्ता, दौलत सोनी, लखन केसरी, संतोष कश्यप, उपेंद्र ठाकुर, देवेंद्र गुप्ता, पंचम सोनी, विक्रांत कश्यप, पूनमचंद कांस्यकार, राहुल साहू, मनीष केसरी आदि ने भी विचार रखे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है