श्री बंशीधर नगर
श्री बंशीधर जी के नाम पर महोत्सव का उद्देश्य श्री बंशीधर मंदिर एव श्री बंशीधर नगर को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाना है. पर महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम में जो दृश्य दिखायी दिया, उससे श्री बंशीधर नगर की संस्कृति पर चोट पहुंची है. साथ ही श्रद्धालुओं की भावनाएं भी आहत हुई हैं. अश्लील गानों की प्रस्तुति और अव्यवस्था के कारण महोत्सव के आयोजक जिला प्रशासन के निर्णय की किरकिरी हो रही है. राज्य स्तरीय समारोह श्री बंशीधर महोत्सव में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम की विशिष्टता के बजाय सामान्य कार्यक्रम आर्केस्ट्रा से अधिक कुछ नहीं था. कार्यक्रम में अमर्यादित भोजपुरी गायन कराकर महोत्सव की मर्यादा को तोड़ा गया. कुल मिलाकर राज्य स्तरीय कार्यक्रम अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया. गौरतलब है कि पलामू के सांसद विष्णु दयाल राम के प्रयास से वर्ष 2017 में बंशीधर महोत्सव का शुभारंभ किया गया था. उस समय महोत्सव भव्य एवं दिव्य हुआ था. चोटी के कलाकारों ने अपनी बेहतर प्रस्तुति दी थ. इसकी सराहना आज भी होती है. जबकि उस समय सरकारी बजट भी कम था. किंतु आज श्री बंशीधर महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा मिलने एवं अधिक बजट आवंटित होने के बाद भी एक उच्च स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन संभव नहीं हो पा रहा है. महोत्सव में अव्यवस्था का आलम होने व कार्यक्रम में आयी गिरावट से कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं. महोत्सव के नाम पर लाखों रुपये खर्च हुए लेकिन एक दो स्थानीय कलाकार को छोड़ किसी कलाकार को अपना कौशल दिखाने का मौका नहीं मिला. इसी का नतीजा है कि महोत्सव उद्देश्यहीन होने के साथ-साथ एक सामान्य ऑर्केस्ट्रा कार्यक्रम बनकर रह गया है.
कलाकारों ने गाये फूहड़ गीत
महोत्सव के नाम पर भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव के अमर्यादित भोजपुरी गीतों से माहौल अराजक हो गया. सिंगर सलमान अली ने ओ लड़की आंख मारे… प्रस्तुत कर रही सही कसर पूरी कर दी. इन गीतों पर डी एरिया में बैठे वीवीआइपी किस्म के कतिपय लोग झूम रहे थे, वहीं बाहर पब्लिक कुर्सियां तोड़ रही थी.
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