Hazaribagh Detention Center: हजारीबाग, शंकर प्रसाद-जेपी केंद्रीय कारा परिसर स्थित डिटेंशन सेंटर में रह रहे तीन बांग्लादेशी आठ जून की देर रात फरार हो गए. फरार होनेवालों में दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं. इनमें बांग्लादेश के ढाका के गाजीपुर निवासी रीना खान उर्फ रीना देवी (29 वर्ष) पिता-इस्लाम खान, चीटागांव की नीपा अख्तर उर्फ खुशी (24 वर्ष) पिता-मो कासिम एवं मुरलीगंज बेगर हाट के मो नजमुल हंग (22 वर्ष) पिता-मो इनीत हंग शामिल हैं. घटना की जानकारी सोमवार की सुबह डिटेंशन सेंटर में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने एसपी अंजनी अंजन को दी. सूचना पाते ही एसपी डिटेंशन सेंटर पहुंचे और वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ की. डिटेंशन सेंटर का निरीक्षण किया.
डिटेंशन सेंटर में कब से रह रहे थे बांग्लादेशी?
हजारीबाग डिटेंशन सेंटर में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि रीना खान को जामताड़ा जेल से चार फरवरी 2022 को हजारीबाग डिटेंशन सेंटर लाया गया था. वहीं नीपा अख्तर उर्फ खुशी को रांची की होटवार जेल से 28 सितंबर 2024 को हजारीबाग लाया गया था, जबकि मो नजमुल हंग को दुमका जेल से एक मार्च 2025 को हजारीबाग डिटेंशन सेंटर लाया गया था.
डिटेंशन सेंटर की सुरक्षा में छह पुलिसकर्मी थे तैनात
हजारीबाग डिटेंशन सेंटर में रह रहे बांग्लादेशियों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने छह पुलिसकर्मियों को तैनात किया था. इनमें तीन महिला सुरक्षाकर्मी और तीन पुरुष सुरक्षा कर्मी थे. बताया जा रहा है कि सभी सुरक्षाकर्मी डिटेंशन सेंटर के कमरे के दरवाजे को बाहर से बंद कर बरामदे में सो गए थे. सुरक्षाकर्मियों ने सोमवार की सुबह कमरे का दरवाजा खोला तो वहां तीनों बांग्लादेशी नदारद थे.
क्या कहते हैं डीसी?
हजारीबाग डीसी शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि डिटेंशन सेंटर से तीन बांग्लादेशी के फरार होने की जानकारी मिली है. इस घटना की जांच-पड़ताल एसपी अंजनी अंजन कर रहे हैं.
क्या कहते हैं एसपी
एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि सुबह की गिनती में पता चला कि तीन बांग्लादेशी डिटेंशन सेंटर से गायब हैं. इसकी जांच-पड़ताल की जा रही है. फरार बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए संयुक्त कमेटी गठित की गयी है. सभी थाना और समीपवर्ती जिलो को इसकी सूचना दी गयी है. सभी थानों को निर्देश दिया गया है कि जिले से बाहर जानेवाले सभी मार्गों में वाहन चेकिंग अभियान चलाएं.
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