Hazaribagh Detention Center: हजारीबाग, शंकर प्रसाद-हजारीबाग डिटेंशन सेंटर से फरार तीन बांग्लादेशियों को हजारीबाग पुलिस ने 15 घंटे के अंदर पकड़ लिया. इनमें नीफा अख्तर उर्फ खुशी एवं नजमुल हंग को पश्चिम बंगाल के बनगांव से पकड़ा गया, जबकि रीना खान उर्फ रीना देवी धनबाद रेलवे स्टेशन से पकड़ी गयी. तीनों बांग्लादेशियों को पुलिस हजारीबाग ले आयी है. हजारीबाग जेपी केंद्रीय कारा परिसर के डिटेंशन सेंटर से आठ जून की देर रात तीनों बांग्लादेशी फरार हो गए थे.
गिरफ्तारी के लिए बनी थी तीन संयुक्त टीमें
हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि नौ जून की सुबह फरार तीन बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी को लेकर अलग-अलग तीन टीमें बनायी गयी थीं. टीम का नेतृत्व सदर एसडीपीओ अमित आनंद ने किया. एसपी अंजनी अंजन ने सेंट्रल मॉनिटरिंग टीम का संचालन किया. उन्होंने कहा कि सूचना संकलन के लिए तकनीकी शाखा के पदाधिकारियों का सहयोग लिया गया. गठित टीम को गिरिडीह के तिसरी, नीहीजाम एवं जामताड़ा भेजा गया. गठित दो टीमों को पश्चिम बंगाल के बनगावां एवं कोलकाता भेजा गया. पश्चिम बंगाल पुलिस के सहयोग से नीफा अख्तर उर्फ खुशी एवं नजमुल हंग को बांग्लादेश बॉर्डर स्थित नादिया बनगांव से गिरफ्तार किया गया. एसपी ने कहा कि धनबाद रेल पुलिस का सहयोग लेकर रीना खान को धनबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार करने में सफलता मिली. तीनों बांग्लादेशियों के फरार होने के बाद हजारीबाग के लौहसिंघना थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को तीनों को जेपी केंद्रीय कारा भेज दिया गया.
बिना वीजा-पासपोर्ट के पकड़े गए थे तीनों
तीनों बांग्लादेशी तीन अलग-अलग जिलों में बिना वीजा-पासपोर्ट के भारत में प्रवेश के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे. रीना खान उर्फ रीना देवी को जामताड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. नीफा अख्तर उर्फ खुशी के खिलाफ रांची के बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. नजमुल हंग के खिलाफ दुमका के राजमहल थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
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