दारू. पश्चिमी वन प्रमंडल क्षेत्र के गाड़ी साडम मटगढ़ा के पास झाड़ियों में एक घायल लकड़बग्घा मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. टीम घायल लकड़बग्घा को पकड़ने के लिए लोहे का पिंजड़ा साथ लायी थी, लेकिन लकड़बग्घा को पकड़ने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. लकड़बग्घा बार-बार पिंजड़ा देखकर भाग जा रहा था. टीम ने किसी तरह लकड़बग्घा का रेस्क्यू कर इलाज के लिए हजारीबाग भेजा. ग्रामीणों के अनुसार लकड़बग्घा घंटों से झाड़ियों में अचेत पड़ा था. उसके मुंह में गंभीर जख्म थे. प्रथम दृष्टया अनुमान है कि उसे विस्फोटक पदार्थ (देसी पटाखा) खाने से चोट लगी है, जिसे संभवतः जंगली सूअर को मारने के लिए बिछाया गया था. वन विभाग ने शुरू की जांच : वन विभाग के सिपाही विद्या भूषण ने बताया कि घायल लकड़बग्घा को देर शाम पकड़ लिया गया है. उसे इलाज के लिए हजारीबाग भेजा गया है. उसके मुंह में जख्म कैसे हुआ, इसकी जांच की जा रही है. जंगल में देखे गये थे संदिग्ध : स्थानीय लोगों ने बताया कि दो दिन पहले कुछ बाहरी लोग जंगल में घूमते देखे गये थे. आशंका जतायी जा रही है कि उन्हीं लोगों ने अवैध तरीके से पटाखे लगाकर शिकार की कोशिश की, जिसमें यह लकड़बघा घायल हो गया. वन्यजीवों की सुरक्षा पर उठे सवाल : इस घटना के बाद वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गये हैं. स्थानीय लोगों ने वन विभाग से जंगलों की नियमित निगरानी और अवैध शिकार की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है.
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