झारखंड की सोहराय कला को मिलेगी राष्ट्रीय पहचान
Jamshedpr News : झारखंड की पारंपरिक सोहराय कला को राष्ट्रीय पहचान दिलाने और आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से ट्राइबल इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (टीआइसीसीआई) और उषा इंटरनेशनल लिमिटेड के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए. यह समझौता एमएसएमई कार्यालय, रांची में सोमवार को संपन्न हुआ. उषा इंटरनेशनल वर्तमान में 1600 सिलाई स्कूलों के माध्यम से ग्रामीण और आदिवासी महिलाओं को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ रही है. दूसरी ओर, टीआइसीसीआई देशभर के 15 राज्यों में आदिवासी उद्यमियों को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है. यह साझेदारी झारखंड सहित अन्य आदिवासी बहुल राज्यों में महिलाओं के लिए तकनीकी ज्ञान, मार्केटिंग और नवाचार के नये अवसर खोलेगी. समारोह में उषा इंटरनेशनल की ओर से स्टेट मैनेजर फ्लेक्स तिर्की, डिप्टी डेवलपमेंट मैनेजर सुरभि राज एक्का, क्षेत्रीय प्रबंधक सायकतनसकर और टीआइसीसीआई झारखंड चैप्टर अध्यक्ष बैद्यनाथ मांडी सहित कई गणमान्य उपस्थित थे.
सुरभि राज एक्का ने कहा कि झारखंड की सोहराय कला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए फैशन शो का आयोजन किया जायेगा. यह पहल स्थानीय महिलाओं को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ राज्य की पारंपरिक कला को एक नया मंच देगी.