Jamshedpur news.
शहर समेत आसपास के बस्तियों में मिट्टी के घरों के टूटने का सिलसिला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले एक माह से लगातार हुए बारिश ने मिट्टी के बने घरों की दीवार को कमजोर कर दिया है. छप्पर व बांस-बल्ली का बोझ भी नहीं उठा पा रहा है. जमशेदपुर प्रखंड अंतर्गत बागबेड़ा क्षेत्र के रानीडीह, कोकेटोला व जटाझोपड़ी में एक दर्जन से ज्यादा मिट्टी के घर बारिश की वजह से ढह गये. गरीब परिवार के लिए इस बार बारिश कहर बनकर आयी. कई परिवार घर से बेघर हो गये. झामुमो जमशेदपुर प्रखंड समिति के पूर्व अध्यक्ष बहादूर किस्कू ने पीड़ित परिवारों की एक सूची बनाकर बीडीओ और सीओ को एक मांग पत्र सौंपकर उन्हें सरकारी मुआवजा देने की मांग की है. पीड़ित परिवार में जोगा मुंडा, अहिल्या देवी, विशाल पात्रो, शांखो बास्के, कुनू बास्के, जयमनी पात्रो, रुक्मणी किस्कू, चंपा टुडू, फूलो हेंब्रम, रामदास कर्मकार, पलटन लोहार व गीता पूर्ति आदि प्रमुख हैं. बहादूर किस्कू ने बताया कि बस्ती क्षेत्र में अधिकांश लोग दैनिक रोजी-रोजगार व ठेकेदारी में काम करके अपना जीवनयापन कर रहे थे. बारिश ने उन्हें परेशानी में लाकर खड़ा कर दिया है. प्रखंड प्रशासन से आग्रह है कि उन्हें उचित सरकारी सहयोग प्रदान किया जाये, ताकि वे फिर से अपना आशियाना बना सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है