Jamshedpur news.
डिमना रोड स्थित एमजीएम के नये अस्पताल में लाउंड्री की सुविधा अभी शुरू नहीं हुई है. जिसके कारण पुराने अस्पताल में स्थित लाउंड्री में ही अस्पताल से निकलने वाले गंदे कपड़ों की धुलाई की जा रही है. वहीं इस गंदे कपड़ाें को अस्पताल के एंबुलेंस से लाया व ले जाया जा रहा है. इसे लेकर अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि गंदे कपड़ों को एंबुलेंस से ले जाया जाना एक गंभीर विषय है. गंदे कपड़ों में हानिकारक कीटाणु हो सकते हैं, जो एंबुलेंस के माध्यम से फैल सकते हैं, जिससे अस्पताल के मरीजों और कर्मचारियों को संक्रमण का खतरा हो सकता है. अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि अस्पताल से निकलने वाले गंदे कपड़ाें को सुबह एंबुलेंस से पुराना अस्पताल भेजा जाता है. उसके बाद धूला हुआ कपड़ा उसी एंबुलेंस से भेजा जाता है.अस्पताल के लाउंड्री में लगी मशीन पेट्रोल से चलती है, जिसके कारण उसको शुरू नहीं किया जा सका
एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी ने बताया कि नये अस्पताल में लाउंड्री बनाया गया है. जिसमें लगी मशीनें पेट्रोल से चलती है. इसमें लगी मशीन 50 लीटर प्रति घंटा के हिसाब से पेट्रोल लगता है. इससे काफी पैसा खर्च होगा. इसे देखते हुए अस्पताल के अधीक्षक डॉ आरके मंधान ने लाउंड्री में लगी मशीन को पेट्रोल से इलेक्ट्रिक में बदलने के लिए टेंडर निकाला है. उन्होंने कहा कि 10 दिनों के अंदर इसको चालू कर दिया गया. जहां तक एंबुलेंस से अस्पताल का कपड़ा लाने व ले जाने का मामला है. कपड़े को पूरी तरह से प्लास्टिक में पैक कर ले जाया जाता है. इससे किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है