परीक्षा के ढाई महीने बाद भी नहीं जारी हुआ रिजल्ट
Jamshedpur News :
झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (जेसीइसीइबी) की लापरवाही के कारण बीएड, एमएड और बीपीएड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा 2025 में शामिल हजारों अभ्यर्थी भारी मानसिक तनाव, निराशा और अनिश्चितता के दौर से गुजर रहे हैं. 11 मई 2025 को आयोजित हुई इस महत्वपूर्ण परीक्षा के ढाई महीने बीत जाने के बाद भी पर्षद अब तक परीक्षा का रिजल्ट जारी करने में असफल रही है. एनसीटीइ के स्पष्ट दिशा-निर्देशों के अनुसार बीएड पाठ्यक्रम की कक्षाएं 1 जुलाई से शुरू हो जानी चाहिए थीं, लेकिन यहां तो न ही दाखिले की प्रक्रिया शुरू हुई है और न ही परीक्षा रिजल्ट की कोई ठोस सूचना मिल पा रही है. यह स्थिति तब और ज्यादा परेशान करने वाली बन गयी, जब बीते महीने पर्षद ने एक बार परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया और 7 जुलाई से काउंसेलिंग की तिथि भी घोषित कर दी थी. लेकिन, हैरानी की बात यह रही कि ठीक उसी दिन उक्त रिजल्ट को रद्द कर दिया गया और काउंसेलिंग प्रक्रिया स्थगित कर दी गयी. पर्षद ने वादा किया था कि रिजल्ट जल्द नये सिरे से जारी किया जायेगा, पर आज तक इसे जारी नहीं किया गया है. इधर, इस मसले पर झारखंड राज्य बीएड प्राध्यापक संघ के अध्यक्ष डॉ. विशेश्वर यादव ने भी इस देरी का बुरा प्रभाव एकेडमिक कैलेंडर व उम्मीदवारों के भविष्य पर पड़ने की बात कही.झारखंड में एकेडमिक कैलेंडर दुरुस्त नहीं रहने से भविष्य पर पड़ता है असर : अभ्यर्थी
परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों का कहना है कि इस अनावश्यक देरी से उनकी पढ़ाई, भविष्य की योजनाएं और करियर बुरी तरह प्रभावित हो रही है. कई छात्र ऐसे भी हैं जिन्होंने अन्य अवसरों को छोड़कर सिर्फ झारखंड की इस परीक्षा पर भरोसा जताया था, लेकिन इस देरी की वजह से अब उन्हें काफी नुकसान हो रहा है.—–
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