Jamshedpur news.
टीएसडीपीएल कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन 22 माह से लंबित है. वहीं टाटा पावर कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन मात्र छह माह पूरा होते ही हो गया. ज्ञात हो कि टीएसडीपीएल कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन 22 माह से लंबित है, जिनके यूनियन अध्यक्ष भी राकेश्वर पांडेय ही हैं, जो टाटा पावर में भी यूनियन अध्यक्ष हैं. कर्मचारियों का कहना है कि ऐसी कौन सी वार्ता होती है या ऐसा कौन से आंकड़े पर बात होती है कि 20 महीने के बाद प्रबंधन यूनियन के पदाधिकारी में सहमति बनने लगती है. उससे पहले इसे चार्टर ऑफ डिमांड और मीटिंग के नाम पर लटकाया जाता है. टाटा पावर, टाटा मोटर्स, टाटा कमिंस में यूनियन प्रबंधन छह से सात महीने में कर्मचारियों की समस्या, बाजार, बढ़ोतरी समझ जाती है. वहीं टीएसडीपीएल यूनियन प्रबंधन को इसे समझने में न्यूनतम 20 माह लग जाते हैं. ग्रेड रिवीजन विलंब से होने पर कर्मचारियों को काफी नुकसान होता है. बहुत सारे भत्ता को जोड़कर कर्मचारियों को पैसा तो मिलता है, पर इतने दिनों का जोड़कर ब्याज तो नहीं मिलता है. ज्ञात हो कि कर्मचारियों का ग्रेड रिविजन एक अक्तूबर 2023 से लंबित है. कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन के लिए बताया जा रहा है कि तीन दौर की वार्ता प्रबंधन और यूनियन के बीच हो चुकी है, पर वार्ता की स्पीड यही रही, तो कम से कम छह माह और लगेंगे. मतलब इस वर्ष के अक्तूबर-नवंबर हो सकता है. पिछली बार कर्मचारियों को ग्रेड रिवीजन में करीब 10 हजार रुपये की औसतन बढ़ोतरी हुई थी. वहीं बाद के अंतिम दो वर्ष में ग्रेड में 2000 प्रति वर्ष बढ़ाया गया था, जिससे कर्मचारियों को उस ग्रेड से 15000 रुपये का लाभ हुआ था. कर्मचारियों को उम्मीद है कि इस बार के ग्रेड में 25 से 30 हजार रुपये तक की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष बढ़ोतरी होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है