Jamshedpur news.
एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीट को 100 से 150 करने के लिए आवेदन दिया गया था, जिसे लेकर पिछले दिनों एनएमसी की टीम ने निरीक्षण किया था. टीम ने अपने निरीक्षण के दौरान अस्पताल में बायोवेस्टेज, फैकल्टी, पारा मेडिकल व स्टाफ नर्स की सहित अन्य कमी पायी थी, जिसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को दी गयी. उस रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय टीम शुक्रवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज के नये अस्पताल में आकर निरीक्षण किया. टीम में स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन डॉ एसके सिंह, पलामू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आरके महतो, हजारीबाग मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डॉ अनुकरण पूर्ति शामिल थे. उन लोगों ने मेडिकल, सर्जरी, आर्थो, शिशु रोग विभाग, गायनिक, इमरजेंसी, रजिस्ट्रेशन काउंटर सहित पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया. उन्होंने कितने मरीज प्रतिदिन इलाज कराने आ रहे हैं, कितना माइनर व मेजर ऑपरेशन हो रहा है, अस्पताल में फेको मशीन की खरीदारी हुई की नहीं आदि की जानकारी ली. उसके बाद टीम ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ डी हांसदा के साथ बैठक की, जिसमें डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल में फैकल्टी के लिए अलग से कोई कैंटिन नहीं है. इसके साथ ही दो एनेस्थीसिया वर्क स्टेशन खराब है. अस्पताल में सीटी स्कैन व एमआरआइ मशीन नहीं है. वहीं एमजीएम के छात्रों को प्रैक्टिकल करने के लिए बॉडी मिलने में परेशानी हो रही है. इस पर डॉ एसके सिंह ने कहा कि जो भी कमी है, उसको लिखकर विभाग को दिया जायेगा, ताकि उस कमी को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके, ताकि सीट बढ़ाने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है