आशा लकड़ा को सौंपा ज्ञापन, मिला आश्वासन
Jamshedpur News :
भाजपा नेता रमेश हांसदा ने गुरुवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य आशा लकड़ा से मुलाकात की और अपनी बेटी के साथ हुए कथित अन्याय की शिकायत की. उन्होंने आयोग को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि रांची स्थित नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ (एनयूएसआरएल) ने उनकी बेटी रूपी हांसदा के प्रवेश में पक्षपात किया है.रूपी हांसदा ने क्लैट-2025 परीक्षा में ऑल इंडिया कैटेगरी में 51283 रैंक हासिल किया था. उसका फॉर्म नंबर एनयूएसआरएल 0775 है. 23 जुलाई को एनयूएसआरएल की तीसरी सूची में उसका नाम एसटी कोटे में शामिल किया गया. नोटिस के मुताबिक 26 जुलाई तक 3.39 लाख रुपये जमा कर दाखिला लेना था, लेकिन परिवार को ईमेल या मोबाइल पर कोई सूचना नहीं दी गयी. परिणाम की जानकारी 27 जुलाई को किसी परिचित से मिली.अगले दिन सुबह रमेश हांसदा ने विश्वविद्यालय के प्रवेश नियंत्रक से संपर्क किया तो पता चला कि फीस जमा न होने के कारण सीट अब एससी कोटे के छात्र को दे दी गयी है. रमेश हांसदा का आरोप है कि यह अनुसूचित जनजातियों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि कठिन मेहनत से सफलता पाने के बाद भी उनकी बेटी को मौका नहीं देना अन्याय है.आशा लकड़ा ने पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया. रमेश हांसदा ने कहा कि जरूरत पड़ी तो वे इस मुद्दे को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास भी ले जायेंगे, ताकि उनकी बेटी को न्याय मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है