पोषक क्षेत्र और उम्र सीमा को बना रहे बहाना, 26 स्कूलों को विभाग ने किया शोकॉज वरीय संवाददाता, जमशेदपुर शहर के 26 प्राइवेट स्कूल गरीब एवं वंचित वर्ग के बच्चों के लिए आरक्षित कोटे में एडमिशन को लेकर टालमटोल कर रहे हैं. जिला शिक्षा विभाग ने ऐसे 26 स्कूलों को शोकॉज नोटिस जारी किया है. कई स्कूल प्रबंधकों ने जिला शिक्षा विभाग द्वारा भेजे गए बच्चों की अर्हता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. डीएवी पब्लिक स्कूल बिष्टुपुर, बेल्डीह चर्च स्कूल और आंध्रा एसोसिएशन इंग्लिश स्कूल में सबसे कम गरीब बच्चों का आरटीई के तहत एडमिशन हुआ है. विभाग को शिकायत मिली है कि डीएवी पब्लिक स्कूल बिष्टुपुर बच्चों के पोषक क्षेत्र को लेकर एडमिशन की स्वीकृति नहीं दे रहा है. 5-6 किमी दूर रहने वाले बच्चों को इसलिए छांट दिया जा रहा है क्योंकि वे स्कूल से 3 किमी की तय सीमा से बाहर हैं. वहीं कुछ स्कूल प्रबंधक उम्र सीमा को लेकर भी आपत्ति जता रहे हैं. विभाग द्वारा भेजे गए बच्चों की उम्र 3.5 से 4.5 साल के बीच है, लेकिन स्कूल प्रबंधक सिर्फ 3 से 4 साल तक के बच्चों को ही एडमिशन देने की बात कर रहे हैं. इसके चलते कई अभिभावकों को स्कूलों से निराश होकर लौटना पड़ रहा है. आरक्षित कोटे में अब तक 1095 एडमिशन शहर के प्राइवेट स्कूलों में नि:शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 (आरटीइ) के तहत 25 प्रतिशत आरक्षित सीटों पर लॉटरी के जरिए कुल 1303 बच्चों का चयन किया गया था. इनका एडमिशन 12 मई तक होना था. बाद में पांच दिन की अतिरिक्त मोहलत दी गयी. सोमवार शाम तक कुल 1095 बच्चों का ही एडमिशन हो सका. शेष बच्चों के एडमिशन के लिए जिला शिक्षा विभाग ने दो दिन की और समय-सीमा बढ़ा दी है. सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि बुधवार तक 100 फीसदी बच्चों का दाखिला सुनिश्चित करें. यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि इसके बाद समय-सीमा नहीं बढ़ाई जाएगी.
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