खजूर की डाली लहराकर प्रभु यीशु के यरुशलम में आगमन का किया स्मरण
प्रतिनिधि, तोरपामसीही विश्वासियों ने रविवार को खजूर पर्व मनाया. विश्वासियों ने खजूर की डाली लहराकर यीशु मसीह के यरुशलम में प्रवेश की घटना का स्मरण किया. इस अवसर पर आरसी चर्च तोरपा सहित विभिन्न गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा की गयी. आरसी चर्च तोरपा में मुख्य अनुष्ठाता फादर अनूप गुड़िया की अगुवाई में प्रार्थना विधि संपन्न हुई. अनुष्ठान संपन्न कराने में फादर इमानुएल बागे, पल्ली पुरोहित फादर हीरालाल हुनी पूर्ति, फादर जॉन तोपनो, फादर विलफ्रेड बागे, फादर अरबिंद बारला आदि ने सहयोग किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब यीशु मसीह यरुशलम में प्रवेश किये तो वहां के निवासियों ने उनका एक राजा की तरह स्वागत किया. उन्होंने यीशु के स्वागत में खजूर डाली लहराया. उनके रास्ते में डाली व कपड़े बिछाए. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु से जुड़कर रहने और उनका अनुशरण करने से खुशी मिलती है. उन्होंने चालीसा काल और खजूर डाली के महत्व को बताया.
शोभायात्रा निकाली गयी :
चर्च में खजूर डाली के आशीष के बाद शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा चर्च परिसर से शुरू होकर संत जोसेफ स्कूल स्थित सगवान मैदान तक गयी. यहां से पुनः चर्च परिसर पहुंचकर शोभायात्रा समाप्त हो गयी. शोभायात्रा के दौरान मसीही विश्वासी प्रभु यीशु की आराधना में गीत गा रहे थे. सभी अपने-अपने हाथों में खजूर डाली लेकर चल रहे थे.खूब हुई खजूर डाली की बिक्री :
खजूर पर्व के मौके पर खजूर डाली की बिक्री जमकर हुई. शनिवार और रविवार को खजूर डाली की बिक्री की गयी. चर्च रोड समेत विभिन्न जगहों पर खजूर डाली की बिक्री की जा रही थी. 10 से 20 रुपये की दर से खजूर की प्रति डाली की बिक्री हुई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है