प्रतिनिधि, तोरपा हुसीर गांव निवासी दानियल गुड़िया को उसकी मृत्यु के दो वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अब तक मुआवजा नहीं मिला. दानियल विद्युत मित्र व लाइन मैन के रूप ने काम करते थे. छह दिसंबर 2022 को तिरला पुटकल टोली के पास काम करने के दौरान बिजली का करंट लगने से उसकी मौत हो गयी. वह अपने घर का इकलौता कमाऊ व्यक्ति था. उसके घर में उसकी पत्नी जीरेन गुड़िया के अलावा तीन बच्चे हैं. दानियल के नहीं रहने से उसके तीन बच्चों के जीवन यापन तथा पढ़ाई लिखाई की जिम्मेदारी जीरेन पर ही आ गयी है. हुसीर पंचायत के मुखिया प्रदीप गुड़िया बताते हैं कि दानियल के बच्चे बड़े हो गये हैं. जीरेन के लिए घर चलाना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि जीरेन को मुआवजा तथा सरकारी नौकरी के लिए विभाग के पास कई बार आवेदन दिया गया. सारा कागजात भी विभाग में जमा कर दिया गया, परन्तु अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
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