तोरपा. दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से क्षेत्र के सभी वर्ग के लोग मर्माहत हैं. सभी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अपनी संवेदना व्यक्त की है.
फादर तेज कुमार लिंडा :
संत जोसेफ इंटर कॉलेज के फादर तेजकुमार लिंडा कहते हैं कि गुरुजी का जाना पूरे झारखंड के लिए दुःखद है. वे एक आंदोलनकारी होने के साथ साथ समाज सुधारक भी थे. संत जोसेफ डिग्री कॉलेज के फादर गैबीरियल सुरीन भी यही बात दुहराते हैं और कहते हैँ. उनका हमारे बीच से चले जाना राज्य के लिए बहुत बड़ी क्षति है. प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.सिस्टर अलमा बिलूंग :
संत अन्ना बालिका उच्च विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सिस्टर अलमा बिलूंग कहती हैं कि गुरुजी त्याग व सादगी के प्रतिमूर्ति थे. उनके जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है. वे एक अभिभावक की तरह थे.सोफिया सुल्ताना :
तोरपा की पूर्व उपप्रमुख सोफिया सुल्ताना नें कहा कि यही बहुत बड़ी क्षति है. गुरुजी की भरपाई नहीं हो सकती. उनका व्यक्तित्व जाति धर्म, संप्रदाय, पार्टी से ऊपर था.कुणाल कमल कच्छप :
युवा कांग्रेस नेता कुणाल कमल कच्छप ने कहा कि गुरुजी को झारखंड की जनता ताउम्र नहीं भुला सकती, क्योंकि गुरुजी की लड़ाई व बलिदान के कारण ही हम आज अलग झारखंड राज्य ले पाये हैं.लाल विजय नाथ शाहदेव:
झारखंड आंदोलनकारी लाल विजय नाथ शाहदेव कहते हैं कि हमलोगों ने गुरुजी से प्रेरणा लेकर आंदोलन किया. गुरुजी हम सबके अभिभावक थे. उनका नहीं रहना पूरे राज्य के लिए क्षति है.रिलन होरो :
अबुआ झारखंड पार्टी के अध्यक्ष व स्वर्गीय एनई होरो के बेटे रिलन होरो कहते हैं पूरे झारखंड ने एक अभिभावक खो दिया है. उनकी जगह कोई नहीं ले सकता है. अब उनके सपनों को पूरा करने के लिए काम करना है.संतोष जायसवाल :
भाजपा नेता संतोष जायसवाल ने कहा कि गुरुजी सर्वमान्य नेता थे. उनका कद जात – पात से, पार्टी से ऊपर था. राष्ट्रीय फलक पर सभी वर्गों में उनकी पहचान व सम्मान थी. उनका हमारे बीच नहीं रहना दुःखद है.संतोष गंझु:
गुरुजी झारखंड राज्य के जन्मदाता थे. उन्होंने ना सिर्फ झारखंड राज्य को अलग कराया, बल्कि उन्हीं कि अगुवाई में झारखंड के संवारने का काम हुआ. उनका हमारे बीच से अचानक चले जाना बहुत दुःखद है.अजय गुप्ता :
कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष अजय गुप्ता ने गुरुजी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे झारखंड के आन बान शान थे. उन्होंने एक योद्धा की तरह झारखंड अलग राज्य के लिए लड़ा तथा हासिल किया. उनके नहीं रहने से सभी वर्ग के लोग मर्माहत हैँ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है