तोरपा. समाज के वंचितों व अत्यंत गरीब परिवारों को रोजगार के साधन मुहैया करा कर उन्हें मुख्यधारा में लाने की पहल स्वयंसेवी संस्था ‘प्रदान’ ने की है. तोरपा प्रखंड के जरिया, ओकड़ा और उकड़िमाड़ी पंचायतों में इस प्रयास के तहत 591 वंचित परिवारों की पहचान की गयी, जिन्हें अब योजनाबद्ध तरीके से आजीविका के साधनों से जोड़ा जा रहा है. अब तक प्रखंड के 174 परिवार को मदद पहुंचायी गयी है. इन परिवारों को बकरी पालन, मुर्गी पालन, मचान आधारित सब्जी की खेती आदि से जोड़ कर रोजगार के साधन उपलब्ध कराया गया है. 120 परिवार को मुर्गीपालन, 40 परिवार को बकरी पालन, 13 परिवार को मचान आधारित सब्जी की खेती से जोड़ा गया है. इस योजना के तहत महिलाओं को बकरी, मुर्गी तथा मुर्गी का केज आदि निःशुल्क मुहैया कराया गया है. एक महिला को दुकान के संचालन के लिए सामग्री उपलब्ध करायी गयी है. रोजगार से जुडी इन महिलाओं की प्रदान की टीम द्वारा नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाती है. उन्हें तकनीकी जानकारी व प्रशिक्षण भी दी जा रही है.
कैसे होता है चयन :
इन परिवारों का चयन ग्रामसभा, ग्राम संगठन और महिला मंडलों के सहयोग से किया जाता है. जिनमें सामाजिक और आर्थिक रूप से अत्यधिक कमजोर परिवारों को प्राथमिकता दी गयी है. चयन के बाद घर-घर सर्वे कर उनकी ज़रूरतों, उपलब्ध संसाधनों और रुचियों को समझते हुए आजीविका की योजनाएं बनायी गयी.क्या है उद्देश्य :
इस प्रोजेक्ट पर काम करनेवाली प्रदान संस्था की अश्विनी कुमारी बताती हैं कि सभी गतिविधियां इस तरह से डिजाइन की गयी है कि लाभार्थी अपने घर या आसपास रह कर ही स्थायी आय अर्जित कर सके, ताकि उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूती मिल सके. उन्होंने बताया कि फिलहाल प्रखंड के जरिया, उकरीमाड़ी तथा ओकड़ा पंचायत के 591 परिवार को चिह्नित किया गया है. यह पहल न केवल आजीविका का साधन बनी है, बल्कि इससे समुदाय में सम्मान, सुरक्षा और आशा का संचार भी हो रहा है. यह मॉडल आनेवाले समय में अन्य क्षेत्रों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है.अत्यंत गरीब परिवार को रोजगार के साधन मुहैया करा रही है प्रदान संस्था
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