प्रतिनिधि, तोरपा.
जगन्नाथ मंदिर कोटेन्गसेरा तोरपा से रथयात्रा धूमधाम से निकाली गयी. जय जगन्नाथ के उदघोष के बीच भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र के विग्रहों को रथ पर सवार कर श्रद्धालु रथ को खींच कर मौसीबाड़ी तक ले गये. यात्रा के दौरान रथ रथ खींचने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मची रही. शाम पांच बजे विग्रहों को रथारुढ़ किया गया. विग्रहों को रथारूढ़ करने के बाद भगवान की आरती की गयी. आरती के बाद भक्तों ने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा के दर्शन किये. इसके बाद रथयात्रा निकाली गयी. राजा प्रशांत राय रथ के आगे झाडू लगाते चल रहे थे. मंदिर परिसर से रथयात्रा शुरू होकर, खासुआ टोली, कर्रा मोड़, मेन रोड होते हुए हिल चौक तक गयी. रथयात्रा पुनः उसी मार्ग से वापस मौसीबाड़ी पहुंची. इसके पूर्व सुबह मंदिर में भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की पूजा की गयी. आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया. मंदिर परिसर में भंडारा का आयोजन भी किया गया. भंडारा में श्रद्धालुओं ने खिचड़ी व खीर प्रसाद ग्रहण किया.कीर्तन करती चल रही थी भक्तों की टोली :
रथयात्रा के आगे-आगे भक्तों की टोली हरे कृष्णा, हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे की धुन पर नाचते-झूमते चल रहे थे. मृदंग की थाप पर भक्तों के साथ रथयात्रा में शामिल श्रद्धालु भी झूम रहे थे.शामिल हुए कई श्रद्धालु :
रथयात्रा में पूर्व विधायक कोचे मुंडा संतोष जायसवाल, राधा दास, मंगल निलय दास, वीरेंद्र यादव, राजेश यादव, मनोज यादव, नीलांबर यादव, वीरेंद्र ओहदार, रामधन प्रभु, अनुप, चंद्रसेन हाजरा, बिनोद भगत, कृष्णा भगत आदि श्रद्धालु शामिल हुए.बड़ाइक टोली में हुई पूजा :
बड़ाइक टोली में भी भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की पूजा की गयी. जगन्नाथ मंदिर का निर्माणाधीन होने के कारण विजय बड़ाइक के आवास पर विग्रहों की पूजा की गयी. पूजा के बाद प्रसाद वितरण किया गया. श्रद्धालुओं ने यहां आकर भगवान के दर्शन किये तथा प्रसाद ग्रहण किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है